Home शिक्षा सफलता की कहानी : ‘आमाराईट परियोजना‘

सफलता की कहानी : ‘आमाराईट परियोजना‘

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रायपुर। रायपुर जिले के विकासखंड आरंग के गाँव-गाँव में हुआ आमाराइट कार्यक्रम का आगाज। कोरोना महामारी के कारण जब समस्त विद्यालय बंद थे, और उनके शिक्षा व्यवस्था जहाँ एक ओर थम सी गई थी ऐसे समय में विद्यार्थियों को पुनः शिक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से नवाचारी गतिविधि पी.एल.सी. समूह ने पहल की। इसमें विद्यार्थियों के लिए ग्रीष्मकालीन प्रायोजना कार्यक्रम ‘आमाराइट‘ का आयोजन किया गया। जिसमें प्रत्येक विद्यार्थियों को उनके कक्षा स्तर अनुसार सामान्य ज्ञान, कोरोना महामारी, टीकाकरण जागरूकता से जुड़े प्रश्न हल करने हेतु प्रदान किए गए।
आरंग विकासखंड में नवाचारी गतिविधि पी.एल.सी. समूह आरंग के सदस्यों द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए आमाराइट प्रायोजना में दिए गए प्रश्न को सरलीकृत एवं विद्यार्थियों के सुविधा हेतु पूरे विकासखंड में एकरूपता लाने के उद्देश्य से इनको प्रश्न पत्र स्वरूप में तैयार किया गया। विकासखंड के विद्यार्थियों तक इसे पहुंचाने हेतु कोरोना काल में वितरण किए जाने वाले सूखा राहत राशन के साथ ही प्रश्न पत्र को विद्यार्थियों के घरों तक पहुंचाने की योजना पर कार्य किया गया। नवाचारी गतिविधि पी. एल. सी. समूह के शिक्षक सदस्यों ने इसे अपने-अपने विद्यालयों के विद्यार्थियों तक घरों तक पहुँचाया। बच्चों के साथ-साथ पालकों को भी इस कार्यक्रम के प्रति जागरूक बनाने का कार्य किया गया। गाँव-गाँव में पी.एल.सी. सदस्यों द्वारा आमारइट कार्यक्रम के प्रति जागरूकता लाने हेतु जागरुकता संदेश युक्त स्लोगन, पोस्टर, दीवाल लेखन आदि अभियान भी चलाया गया।
सदस्यों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से भी विद्यार्थियों को सतत मार्गदर्शन प्रदान किया गया। विकासखंड आरंग के पी.एल.सी. समूह द्वारा तैयार किए गए आमाराइट प्रश्न-पत्र स्वरूप को पूरे प्रदेश के अन्य जिलों एवं विकासखंडों के शिक्षकों ने बहुत पसंद किया एवं विद्यालयों में भी अपनाया। इस आमाराइट कार्यक्रम को विकासखंड में सफल बनाने में नवाचारी गतिविधि पी.एल. सी. समूह आरंग के ग्रुप लीडर श्रीमती शीला गुरु गोस्वामी, सदस्य शिक्षक लोकनाथ साहू, गिरजाशंकर अग्रवाल, दीनदयाल साहू, डोमन सिंह ध्रुव, होरी लाल पटेल, राजमोहन श्रीवास्तव, उमेन्द्र कुमार चंद्राकर, डोमन लाल डहरिया, कुलेश्वर प्रसाद साहू, पदमनी साहू, नीता साहू, सावित्री सोनकर आदि ने विशेष सहयोग प्रदान किया।