इस्लामाबाद
नरेंद्र मोदी सरकार को एक बड़ी डिप्लोमैटिक जीत मिली है। कतर में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को पिछले साल फांसी की सजा सुनाई गई थी उन्हें रिहा कर दिया गया है। जब इन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी, तब इसे भारत की एक बड़ी डिप्लोमैटिक हार के तौर पर देखा जा रहा था। लेकिन पाकिस्तान के एक्सपर्ट भी इसे भारत की बढ़ती ताकत के तौर पर देख रहे हैं। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी राजनेता साजिद तरार ने कहा कि यह पहले से तय था कि कतर इन्हें छोड़ देगा। साजिद तरार ने कहा कि मैं यह सब वॉशिंगटन डीसी को देख कर कह रहा हूं। जहां आज भारतीय डायस्पोरा यहूदियों से भी ज्यादा मजबूत हो रहा है।
पाकिस्तानी पत्रकार कमर चीमा के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, 'भारत का सबसे बड़ा हथियार IIT और IIM है। इसके कारण वह पूरी दुनिया पर कब्जा कर रहे हैं।' उन्होंने अमेरिका से तुलना करते हुए कहा कि आज न्यूयॉर्क में एक लाख से ज्यादा अपराधी हथियार लेकर घूम रहे हैं। ये लूटपाट करते हैं और अगर पुलिस पकड़ती है तो शाम तक इन्हें जमानत मिल जाती है। हालात ये हैं कि टूरिस्ट अमेरिका में आने से डर रहे हैं।
कतर नें क्यों रिहा किए 8 भारतीय
यह पूछे जाने पर कि आखिर कतर ने आठ भारतीयों को क्यों छोड़ा? इस पर तरार ने कहा कि ट्रेड इसका सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि भारत ने 78 बिलियन डॉलर का नेचुरल गैस खरीदने से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट कतर को दिया है। जब इतना बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया हो तो आप उनके लोगों को नहीं पकड़ सकते। दरअसल पिछले सप्ताह भारत ने 78 बिलियन डॉलर के एलएनजी आयात से जुड़े समझौते को अंतिम रूप दिया। 2048 तक यह डील होगी, जिसकी कीमत मौजूदा दरों से कम होगी। गैस का इस्तेमाल बिजली बनाने, उर्वरक और CNG के रूप में इस्तेमाल होगा।
कैसे छूटे भारतीय
अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर इन पूर्व नौसेनिकों की रिहाई कैसे हुई? तरार ने कहा हो सकता है कि यह अदालत से छूटे हों या यह भी हो सकता है कि सीधे कतर के अमीर ने उन्हें माफी दी हो। साल में दो बार कतर के अमीर आम लोगों को माफी देते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद कतर के अमीर से मिले थे, जिसके बाद यह रिहाई हुई है। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया ट्रेड के दम पर आगे बढ़ रही है और पाकिस्तान उसे बंद कर रहा है। पाकिस्तान को ट्रेड के साथ लोगों का दिमाग खोलने की जरूरत है।