नई दिल्ली
टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। भारत ने सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच चार दिनों के अंदर 106 रनों जीता, जबकि पहला टेस्ट मैच 28 रनों से गंवाया था। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच 15 फरवरी से खेला जाना है। आखिरी तीन टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने रोहित शर्मा एंड कंपनी को आगाह किया है।
जियो सिनेमा पर मैच सेंटर लाइव में जहीर खान ने रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर कहा, 'अगर आप सीरीज में 1-0 से पीछे होते हैं, तो आपको वैसा ही अग्रेशन चाहिए होता है, लड़ने का और इस विश्वास का कि आप मैच खत्म करने तक 1-1 कर लेंगे। मुझे लगता है कि रोहित ने कप्तान के तौर पर हर खिलाड़ी से उसका बेस्ट प्रदर्शन करवाया। लेकिन कुछ चीजें हैं, जो चिंता का सबब हैं। टीम की बैटिंग, क्योंकि ऐसी पिचों पर हमने भारतीय बल्लेबाजों को बेहतर प्रदर्शन करते हुए देखा है। आप इंग्लैंड की दूसरी पारी को देखिए, वहां सिर्फ एक हाफसेंचुरी थी, लेकिन वो फिर भी 300 के करीब पहुंच गए।
कलेक्टिव एफर्ट्स ऐसा ही कुछ कर सकते हैं। हमारी ओर से यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने दो बेहतरीन पारियां खेलीं, लेकिन इन दोनों के अलावा किसी ने बैट से कुछ खास नहीं किया। बैटिंग पर ध्यान देना होगा। बॉलिंग की भी बात करें तो आपके साथ जसप्रीत बुमराह की दमदार गेंदबाजी थी, ऐसे विकेट पर आप उम्मीद करते हैं कि आपके स्पिनर विकेट चटकाएं, और इसके लिए उन्हें अपने बैटर्स के सपोर्ट की जरूरत है। स्कोर बड़ा होगा, तो स्पिनरों को भी दबाव बनाने में मदद मिलेगी। तो ऐसे में कप्तान का रोल और ज्यादा अहम हो जाता है और मुझे लगता है कि रोहित इसमें माहिर हैं।'
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर ओवैश शाह ने कहा, 'जब ओली पोप बैटिंग करने आए, तो ऐसा लग रहा था कि वह हर गेंद पर रन बनाना चाह रहे हैं, ऐसा ही जो रूट के साथ दिखा और इसी वजह से दोनों ने अपने विकेट भी गंवा दिए। पोप से काफी उम्मीदें थीं, जिन्होंने पिछले मैच में जोरदार पारी खेली थी, और रूट क्लास प्लेयर हैं, उनके नंबर्स बताते हैं कि वह कितने बड़े खिलाड़ी हैं। अगर इन दोनों ने एक अच्छी साझेदारी निभाई होती, तो इंग्लैंड इस बड़े टारगेट को हासिल कर सकता था। बेन स्टोक्स के रनआउट की भी बात करें तो वह कुछ रिलैक्स्ड नजर आए थे। तो अगर आपने तीन बड़े विकेट ऐसे गंवाए हों, तो बड़ा टारगेट हासिल करना मुश्किल हो जाता है।'