रायपुर.
छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र का आज तीसरे दिन में हसदेव के जंगलों में पेड़ों की कटाई के मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव देकर चर्चा की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। इस पर विपक्ष ने सदन में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद फिर से सदन शुरू होने पर विपक्ष ने चर्चा की मांग दोहराते हुए गर्भगृह में उतरकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
सदन में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास ने कहा कि हसदेव क्षेत्र में सभी कोल ब्लॉक रद्द करने के लिए 26 जुलाई 2022 को संकल्प पारित किया गया था। उन्होंने कहा कि सरकार और मुख्यमंत्री बनने के पहले वन विभाग ने हसदेव में 15 हजार 307 पेड़ों को काटने की अनुमति दे दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा ने अशासकीय संकल्प पारित कर दिया था, इस पर केंद्र सरकार को भी पत्र प्रेषित किया था, लेकीन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। महंत ने कहा कि ये गंभीर समस्या है। हसदेव खत्म होने से बांगो बांध खत्म हो जाएगा। वन खत्म हो जाएगा।
हसदेव के संबंध में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इसी सदन में सर्वसम्मति से अशासकीय संकल्प पारित किया गया था। इसके बाद भी कटाई की अनुमति दे दी गई। ये कौन सी अदृश्य शक्ति है, जिसमें पेड़ों की कटाई की अनुमति दे दी गई। इससे वन्यजीव प्रभावित होंगे। बांगो बांध प्रभावित होने की वजह से कई जिलों की सिंचाई से प्रभावित होगा।