नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने 3.2 लाख SIM Card (Subscriber Identity Module) को ब्लॉक कर दिया है. यह जानकारी सरकार ने लोकसभा के दौरान दी. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया कि साइबर स्कैम पर शिकंजा कसने के लिए ये एक्शन लिया है.
गृह राज्यमंत्री ने बताया कि कई गैर कानूनी वेबसाइट्स का पता लगा है, जिनका कनेक्शन इनवेस्टमेंट प्रमोट करने और अन्य तरह के स्कैम से है. गृह राज्यमंत्री ने बताया कि पुलिस ने 3.2 लाख SIM Card और 49,000 IMEI की रिपोर्ट की, जिसके बाद सरकार ने इस सिम कार्ड को ब्लॉक करने का फैसला लिया.
राज्यों ने की थी कंप्लेंट
मंत्री ने लिखित जवाब में बताया, इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (14C) के तहत काम करने वाले सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग और मैनेजमेंट सिस्टम को करीब 11.28 लाख कंप्लेंट रिसीव हुई. यह कंप्लेंट साइबर फ्रॉड से संबंधित थी और इन्हें साल 2023 में 36 राज्य और केंद्र शासित राज्यों ने दर्ज कराई थीं.
ऐसे करें साइबर क्राइम की ऑनलाइन कंप्लेंट
साइबर क्राइम की रिपोर्ट्स करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल नेशनल साइबर क्राइम (https://cybercrime.gov.in/) मौजूद है. यहां फाइनेंशियल फ्रॉड, महिलाओं/बच्चों से संबंधित क्राइम और अन्य साइबर क्राइम की कंप्लेंट दर्ज कर सकते हैं.
कॉल करके भी दर्ज करा सकते हैं कंप्लेंट
नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर लिस्टेड डिटेल्स के मुताबिक, ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी को लेकर 1930 पर कॉल करके कंप्लेंट दर्ज करा सकते हैं. इस नंबर पर कॉल करके आप अपनी डिटेल्स को दे सकते हैं और फ्रॉड के बारे में बता सकते हैं.
भूलकर भी ना करें ये गलती
अगर आपका SIM Card या मोबाइल डिवाइस किसी भी तरह का साइबर क्राइम की एक्टिविटी में पाया जाता है, तो आपका सिम कार्ड ब्लॉक होने के अलावा आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है. इतना ही नहीं, अगर आपके नाम से किसी दूसरे ने SIM खरीदी या फिर आपने किसी को SIM Card इस्तेमाल करने को दिया है, तो कंफर्म कर लें कि वह उस नंबर को किस काम में इस्तेमाल करता है.