नई दिल्ली
कुछ ही महीने बाद दिल्ली में चुनावी दंगल देखने को मिलेगा। लगातार दो बार सभी सात सीटों पर विपक्ष का सूपड़ा साफ कर चुकी भाजपा क्या इस बार हैट्रिक लगाएगी? सी-वोटर और इंडिया टुडे सर्वे का अनुमान है कि एक भार फिर भाजपा दिल्ली की सभी सात सीटों पर कब्जा कर सकती है तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है।
मोदी का 56 वाला दम
दिल्ली में भाजपा का वोट शेयर पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले बढ़ता दिख रहा है। इंडिया टुडे-सी वोटर की ओर से गुरुवार को पेश किए गए सर्वे के मुताबिक भाजपा को इस बार राजधानी में 56.6 फीसदी वोट मिल सकता है। सर्वे में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को अलग रखते हुए सर्वे किया गया है। हालांकि, दोनों दलों के बीच दिल्ली में गठबंधन और शीट शेयरिंग पर बातचीत अंतिम दौर में है। सर्वे का अनुमान है कि कांग्रेस 25.3 फीसदी वोट के साथ दूसरे और आम आदमी पार्टी 14.9 फीसदी तीसरे स्थान पर रह सकती है।
कांग्रेस और आप के कुल वोट से भी आगे भाजपा
तीनों पार्टियों को अलग रखकर किए गए सर्वे में भाजपा को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कुल वोट से भी ज्यादा वोट मिलने की संभावना दिख रही है। कांग्रेस और आप के वोट को जोड़ दें तो कुल 40.2 फीसदी होता है, जबकि भाजपा को 56 पर्सेंट से भी ज्यादा वोट मिलने की संभावना जताई गई है। सर्वे की मानें तो आप और कांग्रेस के साथ मिल जाने से भी दिल्ली में भाजपा को टेंशन नहीं होगी।
कांग्रेस को फायदा, AAP को नुकसान
2019 के लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली में भाजपा को 56 पर्सेंट वोट शेयर हासिल हुआ था। दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को 22.50 फीसदी वोट मिले थे तो आम आदमी पार्टी 18.10 फीसदी वोट शेयर के साथ 5 साल पहले भी तीसरे नंबर पर रही थी। हालांकि, सी वोटर के ताजा सर्वे के मुताबिक दिल्ली में कांग्रेस के वोट शेयर में कुछ इजाफा दिख रहा है तो आम आदमी पार्टी को नुकसान की संभावना जताई गई है।