तवांग
अरुणाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते सरकार ने राज्य में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने इसका कारण वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को बताया है.अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ी सीमावर्ती इलाकों और ऊंचे इलाकों के कई कस्बों और गांवों में इस समय भारी बर्फबारी हो रही है. तवांग, मेचुका, चगलागम, बोमडिला, सरली समेत कई इलाके बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं, जिससे वो विंटर वंडरलैंड की तरह दिख रहे हैं.
प्रशासन ने जारी किए निर्देश
राज्य में हो रही भारी बर्फबारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों और यात्रियों के लिए चेतावनी जारी की है. उन्होंने लोगों से सावधनी बरतने का आग्रह किया है. फिसलन भरी और चुनौतीपूर्ण सड़कों की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने यात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता के साथ गाड़ी चलाने की सलाह दी है. दिबांग घाटी में अनिनी, शी योमी में तवांग और मेचुखा पहाड़ियों और बर्फ की मोटी परत से ढके घने जंगलों से सजे वंडरलैंड में तब्दील हो गए हैं.
सड़कों पर फंसे वाहन
हालांकि, सर्दियों का आकर्षण कई तरह की चुनौतियां भी लेकर आता है. भारी बर्फबारी के कारण दर्जनों ट्रक और वाहन सेला सुरंग के पास, सेला दर्रे में और उसके आसपास फंसे हुए हैं. वहीं, कई यात्री भोजन के बिना पिछले तीन दिनों से फंसे हुए हैं.
बर्फबारी की वजह से पूर्वोत्तर राज्यों के न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट आई है. तवांग में तापमान माइनस 2.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहीं 2 फरवरी को असम के हैलाकांडी में तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने इस सर्द मौसम के जारी रहने की संभावना जताई है. वहीं, अगले हफ्ते राज्य के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी और बारिश हो सकती है.