नई दिल्ली
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मानव तस्करी मामले में म्यांमार के तीन नागरिकों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, NIA ने उनके खिलाफ भारत-बांग्लादेश सीमा के माध्यम से भारत में विदेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ और तस्करी के मामले में आरोपपत्र दायर किया है।केंद्रीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी रबीउल इस्लाम, शफी आलम उर्फ सैयदुल इस्लाम और मोहम्मद उस्मान के खिलाफ ये आरोप पत्र दायर किया गया है। ये सभी म्यांमार के स्थायी निवासी हैं।
अवैध रूप से भारत में किया था प्रवेश
NIA के अनुसार, उन्होंने तस्करों और दलालों की मिलीभगत से वैध दस्तावेजों के बिना अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था। साथ ही वह अवैध सीमा मार्गों के माध्यम से कई अन्य विदेशी नागरिकों की घुसपैठ में भी शामिल थे।
एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा थे आरोपी
अधिकारी ने कहा कि वह विभिन्न अवैध गतिविधियों में शामिल तस्करों और दलालों के एक सुसंगठित नेटवर्क का हिस्सा थे। वे बांग्लादेश में शरण लेने वाली कमजोर रोहिंग्या महिलाओं को भी झूठा वादा देकर भारत में शरण देने की कोशिश में लगे हुए थे।
यूपी-राजस्थान समेत कई राज्यों में महिलाओं को बेचा
एनआईए ने कहा कि ऐसी महिलाओं को उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना और हरियाणा सहित विभिन्न भारतीय राज्यों में जबरन विवाह के लिए बेच दिया गया था। एनआईए की जांच में दस्तावेजों की जालसाजी के उदाहरण और सबूत सामने आए हैं। उन्हें ये भी पता चला है कि रबी इस्लाम और मोहम्मद उस्मान ने धोखाधड़ी से आधार कार्ड प्राप्त किए थे।
बैंक खाते खोलने के लिए किया आधार कार्ड का इस्तेमाल
एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि दोनों ने इनका इस्तेमाल कई सिम कार्ड हासिल करने और बैंक खाते खोलने के लिए भी किया था। अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने पिछले साल 7 नवंबर को मामले की जांच शुरू की थी। जिसके बाद से एक इंटरनेशनल मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया।