आलंदी, पुणे
परम पूज्य स्वामी श्रीगोविन्ददेव गिरिजी महाराज के 75वें जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर, सम्पूर्ण भारत से अनेक महान संतों, प्रगाढ़ विद्वानों एवं गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 4 से 11 फरवरी तक भव्य महोत्सव का आयोजन किया गया है। पुणे से निकट पवित्र इंद्रायणी नदी के तट पर स्थित पुण्य क्षेत्र आळंदी में आयोजित 'गीताभक्ति अमृत महोत्सव' में भारतीय दिव्य धरोहर की अनुभूति होगी।
इस पवित्र महोत्सव का मंगलारंभ संत शिरोमणि श्री ज्ञानेश्वर महाराज जी के अभिषेक, दिव्य यज्ञ एवं भक्तिमय कीर्तन के साथ हुआ।
पूज्य ह.भ. प. श्री संदीपनीजी महाराज शिंदे, पूज्य श्री तपोमूर्ति बाबा, स्वामी श्री कल्याणदासजी महाराज और पूज्य ह.भ. प. श्री भास्करगिरिजी महाराज जी के पावन सान्निध्य में उत्सव का प्रथम दिवस संपन्न हुआ।
परम पूज्य स्वामी श्रीगोविन्ददेव गिरिजी महाराज की उपस्थिति, भक्तों के हृदय में ऊर्जा का स्रोत रही। उनकी तेजोमय वाणी से सभी उपस्थित साधकों को आध्यात्मिक आत्मोन्नति के मार्ग पर अग्रसर होने की प्रेरणा प्राप्त हुई। आगामी दिनों में, अनेक विभूतियों के दिव्य वचनों को सुनने का अहोभाग्य श्रोताओं को प्राप्त होगा। आइये इस स्वर्णिम अवसर का अवश्य लाभ उठाएं।
यह साप्ताहिक कार्यक्रम, हमारे सांस्कृतिक मूल्यों की महिमा को उजागर कर देदीप्यमान करेगा और आने वाली कई पीढ़ियों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। भारत की अनेक प्रतिष्ठित सेवा संस्थाओं द्वारा आयोजित 'गीताभक्ति अमृत महोत्सव’ एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम है जिसमें श्रीमद्भागवत कथा, अन्यान्य संतों के सारगर्भित प्रवचनों, अभूतपूर्व महायज्ञों, हरिकीर्तन की दिव्यता की अनुभूति होगी।
इस महोत्सव में विशेषरूप से आयोजित 2000 से अधिक वैदिकों द्वारा 81 कुंडीय महायज्ञ का शास्त्राधारित आयोजन हुआ है। रामायण पर आधारित महानाट्य प्रस्तुत भी होगा जिसमें 450 से अधिक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
इस कार्यक्रम में संपूर्ण विश्व से भक्तगण उपस्थित रहेंगे और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर एवं भारतीय ज्ञान परम्परा, गुरु शिष्य परंपरा के प्रत्यक्ष दर्शन कर उसका कृतार्थ होंगे।