मुंबई
भारत के विकास का डंका विदेशों में भी बज रहा है। कई देश के निवेशक भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में निवेश कर रहे हैं। जापानी निवेशक तो जापान को छोड़कर भारत पर भरोसा कर रहे हैं। उनका मानना है कि भारत अगला चाइना है, जिसका तेजी से विकास हो रहा है। ब्लूमबर्ग ने इस बारे में रिपोर्ट पेश की, जिसके अनुसार भारतीय स्टॉक से जुड़ी जापानी इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट की टोटल संपत्ति में 11 प्रतिशत का उछाल आया, जिसके बाद उनकी संपत्ति 13.41 हजार करोड़ रुपए हो गई।
पिछले महीने भारतीय शेयर से जुड़े फंड्स में निवेश में जापानी निवेशकों को लगभग 14 हजार करोड़ येन यानी 7920.04 करोड़ रुपए का रिटर्न मिला। वहीं जापानी स्टॉक्स से जुड़े फंड में न के बराबर इनफ्लो दर्ज हुआ। इसलिए जापानी निवेशक भारतीय शेयर बाजार का रुख कर रहे हैं।
किस स्टॉक को लेकर दिलचस्पी जता रहे जापानी निवेशक
भारत के किसी खास स्टॉक के लिए नहीं बल्कि भारतीय निवेशक पूरे भारत को लेकर खासा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। अन्य उभरते देशों में वे भारत को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। इस साल से शुरू हुए टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट अकाउंट भी इसके पीछे की वजह है।
जापान के यूबीएस सुमी ट्रस्ट वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी के सीईओ दैजू का मानना है कि भारत की आर्थिक ग्रोथ को देखते हुए जापानी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में आकर्षण बढ़ा है। जापानी निवेश किसी ख़ास कंपनी के शेयर में पैसा नहीं लगाना चाहते, बल्कि उनकी दिलचस्पी पूरे भारत के लिए दिखाई दे रही है।
चाइना में तेजी से गिर रहा निवेश
दुनिया के उभरते देशों में जहां निवेश के मामले में भारत पर जापानी खुदरा निवेशकों का भरोसा बढ़ते जा रहा है। वहीं चाइना के स्टॉक मार्केट में निवेश गिरते जा रहा है। पिछले महीने रुपए के हिसाब से भले ही भारत का निफ्टी 50 इंडेक्स लगभग फ्लैट रहा हो लेकिन जापानी मुद्रा येन की गिरावट के कारण यह 4.2 प्रतिशत ऊपर गया।
जनसंख्या के आधार पर भी यह माहौल भारत के ही पक्ष में है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2050 तक भारत की जनसंख्या 17 प्रतिशत बढ़ सकती है लेकिन चाइना की जनसंख्या में 7.9 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया जा रहा है।