Home मनोरंजन अच्छा दिखना ही सब कुछ नहीं होता है: शाहिद कपूर

अच्छा दिखना ही सब कुछ नहीं होता है: शाहिद कपूर

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शाहिद कपूर जल्द ही फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में नजर आएंगे। फिल्म के प्रमोशन के दौरान एक इंटरव्यू में शाहिद कपूर ने अपनी डेब्यू फिल्म को याद करके बताया कि उन्हें ‘चॉकलेट बॉय’ का टैग कभी पसंद नहीं आया। एक एक्टर के लिए क्रिएटिव होना बहुत मायने रखता है। शाहिद कपूर को फिल्म इंडस्ट्री में लगभग 20 साल हो गए हैं।

उनका मानना है कि एक एक्टर के लिए अपने किरदारों के साथ एक्सपेरिमेंट करना बहुत जरूरी होता है। बार-बार एक जैसे रोल पर्दे पर नहीं दोहराने चाहिए। हमेशा कुछ ना कुछ नया करने की कोशिश में लगे रहना चाहिए। एक इंटरव्यू के दौरान शाहिद ने कहा- मुझे एक ही चीज बार-बार करना पसंद नहीं है। हालांकि मैं जानता हूं कई एक्टर्स एक जैसा रोल करके सफल भी रहे हैं। सच कहूं तो उनकी सक्सेस की स्ट्रेटजी या फिर किसी फिल्म का कॉमर्शियली हिट होना काफी दफा इस बात पर भी निर्भर करता है। लेकिन मैं वैसा नहीं हूं। मैं दिल से क्रिएटिव हूं। मैं सेफ रहने के लिए एक ही तरह का रोल बार-बार नहीं कर सकता। मैं हर बार कुछ नया और चुनौतीपूर्ण करना चाहता हूं। मुझे पता है ये मुश्किल है। मेरा मानना है कुछ नया करने के प्रयास में असफल होना भी गलत नहीं होता, क्योंकि उस असफलता से आप बहुत कुछ सीखते हैं।

शाहिद ने साल 2003 में रिलीज हुई फिल्म ‘इश्क विश्क’ से अपना फिल्मी सफर शुरू किया था शाहिद कपूर ने आजकल के दौर की बात करते हुए कहा- आज के समय में लोग बहुत शॉर्ट टर्म सोच रहे हैं, हर किसी के पास दो-तीन साल का प्लान होता है। लेकिन ग्रोथ तभी होती है जब आप वो काम करते हैं जो आपने पहले कभी नहीं किया हो। अपनी पहली फिल्म ‘इश्क विश्क’ पर मिले रिस्पॉन्स को याद करते हुए शाहिद ने कहा कि उन्हें ‘चॉकलेट बॉय’ करार दिया गया था। दरअसल शाहिद को ये टैग बिल्कुल पसंद नहीं आया था। उन्हें ये टैग सीमित लगा था, क्योंकि शाहिद एक आर्टिस्ट बनना चाहते थे, ना कि कोई ऐसा जो सिर्फ दिखने में अच्छा लगे। शाहिद ने कहा- जब मैंने ‘इश्क विश्क’ की, तो मेरे साथ जो शब्द जुड़ा था, वो था ‘चॉकलेट बॉय’। मुझे बहुत बुरा लगा, मैंने सोचा कि इसका क्या मतलब है? चॉकलेट बॉय होता क्या है? मैं एक कलाकार हूं। मैं एक्सप्रेस करना चाहता हूं। मैं सिर्फ अच्छा दिखना नहीं चाहता। अच्छा दिखना, अच्छे कपड़े पहनना सिर्फ ऊपर की एक लेयर समान है। एक्टिंग का प्रोसेस गहराई तक जाना है। इसलिए मैंने यही करना शुरू कर दिया। मैंने खुद को पूरी तरह से बदल लिया।

मैं क्लीन शेव होकर वही काम बार-बार नहीं करना चाहता था। उन्होंने आगे बताया मेरे पिता ने मुझसे कहा कि बेटा जिस दिन एक्टिंग शुरू कर दोगे, शेर के मुंह में खून लग जाएगा। तुम्हें सबसे ज्यादा खुशी उसी से मिलेगी। मेरे करियर के बीच में कहीं न कहीं मेरे साथ ऐसा ही हुआ। इसलिए अब मैं यही चाहता हूं, वो अलग बात है कि मैं असल जिंदगी में शाकाहारी हूं। फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में शाहिद कपूर और कृति सेनन पहली बार एक साथ दिखाई देंगे। इस फिल्म में शाहिद साइंटिस्ट की भूमिका में नजर आएंगे। वहीं कृति रोबोट का किरदार निभाएंगी। रोमांस और कॉमेडी से भरपूर ये फिल्म अगले महीने 9 फरवरी को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। इस फिल्म में तकरीबन 31 सालों बाद एक बार फिर वेटरन एक्टर धर्मेंद्र और डिंपल कपाड़िया साथ नजर आएंगे।

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