विशाखापत्तनम
इंग्लैंड के सबसे अनुभवी स्पिनर जैक लीच हैदराबाद में खेले गये पहले टेस्ट के दौरान घुटने में लगी चोट से पूरी तरह से उबरने में विफल रहे हैं जिससे पांच मैचों की श्रृंखला में शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में उनका खेलना संदिग्ध है।
लीच ने टीम के अभ्यास सत्र में हिस्सा नहीं लिया। उन्हें मैदान के बाहर फिजियो से इलाज कराते देखा गया।
टीम के उनके साथी खिलाड़ी जैक क्राउली ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''वह काफी मजबूत इंसान है। आप उसके बारे में कुछ अंदाजा नहीं लगा सकते है। आप वास्तव में उसे कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते। हम देखेंगे कि वह कुछ दिनों में कैसा करते हैं।
हैदराबाद टेस्ट के पहले दिन क्षेत्ररक्षण करते समय लीच के बाएं घुटने में चोट लग गई थी। इंग्लैंड ने इस मैच को 28 रन से जीता था।
घुटने के आसपास चोट लगने से हुई सूजन और दर्द के बावजूद उन्होंने हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में 26 और दूसरी पारी में 10 ओवर की गेंदबाजी की थी। उन्हें बुधवार को अभ्यास सत्र के दौरान लंगड़ाते हुए देखा गया।
लीच अगर चोट से उबरने में विफल रहे तो टीम में उनकी जगह ऑफ स्पिनर शोएब बशीर को मौका मिल सकता है। वीजा संबंधी समस्या के कारण बशीर देर से भारत पहुंचे थे और हैदराबाद टेस्ट में पदार्पण नहीं कर सके थे।
सलामी बल्लेबाज क्राउली को भरोसा है कि अगर बशीर को मौका दिया गया तो वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा, ''वह एक शानदार खिलाड़ी है। उसे खुद पर काफी भरोसा है। वह जानता है कि वह अपनी गेंदबाजी के साथ क्या करने की कोशिश कर रहा है और वह खुद का समर्थन करता है। मुझे यह पसंद है और मुझे लगता है कि अगर उसे इस श्रृंखला में मौका मिला तो वह अच्छा प्रदर्शन करेगा।''
हमारे अंदर 'बैजबॉल' नैसर्गिक रूप से है: क्राउली
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्राउली ने कहा कि अति आक्रामक होकर खेलने के 'बैजबॉल' रवैये को अपनाने के बाद से उनके अधिकतर साथी बेहतर खिलाड़ी बन गए हैं क्योंकि यह समय लेकर खेलने की पारंपरिक रणनीति की तुलना में उनके प्राकृतिक खेल के कहीं अधिक अनुकूल है।
इंग्लैंड ने हैदराबाद में पहले टेस्ट में पहली पारी में 190 रन से पिछड़ने के बावजूद भारत को 28 रन से हराया जो लड़ने के टीम के जज्बे को दिखाता है और इससे टीम प्रबल दावेदार भारत को हराने में सफल रही। न्यूजीलैंड के कोच ब्रैंडन मैकुलम के मार्गदर्शन में 'बैजबॉल' रणनीति अपनाने के बाद से इंग्लैंड ने अब तक कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया है।
क्राउली ने शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''मुझे लगता है कि यह (बैजबॉल) हमारे अंदर नैसर्गिक रूप से आता है क्योंकि हमारी कई टीम अधिक आक्रामक होकर खेलती हैं। जब मैं पहली बार इंग्लैंड टीम में आया तो समय लेकर लंबी पारी खेलने की मानसिकता थी और मुझे नहीं लगता है कि मैं और कुछ अन्य प्राकृतिक रूप से ऐसे हैं।'' उन्होंने कहा, ''हमारे में से काफी खिलाड़ी इस रवैये के तहत थोड़ा बेहतर खेलते हैं।''
दूसरी तरफ भारत ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और शीर्ष क्रम के बल्लेबाज लोकेश राहुल के चोटिल होने के बाद चयन संकट से जूझ रहा है जबकि उसे हैदराबाद में अपने खराब प्रदर्शन का जवाब भी ढूंढना है।
मेजबान टीम पहले ही स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के बिना खेल रही है जिन्होंने निजी कारणों से शुरुआती दो टेस्ट से बाहर रहने का फैसला किया।
यह पूछने कि यह इंग्लैंड की टीम के लिए क्या मायने रखता है, क्राउली ने कहा कि उनकी टीम का ध्यान अपने प्रदर्शन और योजना पर अधिक है।
उन्होंने कहा, ''हमने इस बारे में बात नहीं की है। यह रटा-रटाया लगता है लेकिन हम स्वयं पर ध्यान देते हैं। हमें इससे फर्क नहीं पड़ता कि वे क्या कर रहे हैं। ''
जडेजा और राहुल के नहीं खेलने पर क्राउली ने कहा, ''दो बहुत अच्छे खिलाड़ी नहीं खेल रहे लेकिन उनके विकल्पों को देखते हुए मुझे यकीन है कि दो बहुत अच्छे खिलाड़ी आ रहे हैं। इसलिए हमारे लिए चीजें बहुत अधिक नहीं बदलेंगी।''
भारत ने दोनों चोटिल खिलाड़ियों की जगह सरफराज खान, वाशिंगटन सुंदर और सौरभ कुमार को टीम में शामिल किया है। मेजबान टीम के पास घरेलू क्रिकेट के अनुभवी खिलाड़ी रजत पाटीदार को खिलाने का विकल्प भी है।
हैदराबाद में स्पिन की अनुकूल परिस्थितियों में हार के बाद शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए मेजबान द्वारा तैयार किए जाने वाले विकेटों की संभावित प्रकृति को लेकर काफी चर्चा हो रही है। क्राउली ने हालांकि कहा कि यह चिंता की बात नहीं है।
उन्होंने कहा, ''वे अपनी परिस्थितियों में शीर्ष टीम हैं। चार मैच बचे हैं, हमने जो अच्छा किया उस पर कायम रहना होगा और उम्मीद करते हैं कि नतीजे मिलेंगे।''
भारत में श्रृंखला की तैयारी के लिए इंग्लैंड ने अबु धाबी में विस्तृत ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा लिया और क्राउली का मानना है कि शिविर से उन्हें फायदा मिला जबकि कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने भारत जल्दी नहीं आने के लिए टीम की आलोचना की।
क्राउली ने कहा, ''हम ऐसा ही चाहते थे। अबु धाबी में विकेट काफी टर्न कर रहीं थी क्योंकि हम ऐसा चाहते थे।''
पहले टेस्ट में 196 रन की यादगार पारी के दौरान ओली पोप ने स्पिनरों के खिलाफ स्वीप शॉट का शानदार तरीके से इस्तेमाल किया और क्राउली ने कहा कि यह उनकी काफी सोच-विचार के साथ तैयार की गई रणनीति का हिस्सा था।
उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि जब गेंद स्पिन हो रही होती है तो स्वीप और रिवर्स स्वीप अच्छा विकल्प होता है। मुझे लगतार है कि हमारे लिए रिवर्स स्वीप अधिक सामान्य है क्योंकि इस शॉट के लिए कम क्षेत्ररक्षक होते हैं।''
इंग्लैंड के एकमात्र तेज गेंदबाज मार्क वुड को हैदराबाद में कोई सफलता नहीं मिली जबकि भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने दूसरी पारी में 41 रन पर चार विकेट सहित मैच में छह विकेट चटकाए। क्राउली ने भारतीय स्टार की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा, ''वह शानदार गेंदबाज है। मुझे लगता है कि वह भारत में थोड़ी फुल लेंथ और यॉर्कर डालता है। उनके पास अविश्वसनीय तेज गेंदबाजी आक्रमण है जिसे आप हल्के में नहीं ले सकते।''