मुंगेली/ फोटोबाजी, गुटबाजी और एक दूसरे को नीचा दिखाने की राजनीति में उलझे मुंगेली के कांग्रेसी अब महात्मा गांधी के आदर्शों, सिद्धांतों और विचारों से भटकते नजर आ रहे हैं। पूरे देश में कांग्रेस और बाकी पार्टियां महात्मा गांधी के पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके विचारों व सिद्धांतों को आत्मसात कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर मुंगेली का कांग्रेस नेतृत्व महात्मा गांधी को भूल गया हैं, मुंगेली जिला मुख्यालय कांग्रेस भवन में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि कांग्रेस द्वारा नहीं मनाई गई। जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश हैं। कई कांग्रेसियों ने बताया कि जिला मुख्यालय कांग्रेस भवन में 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि नहीं मनाई गई जो कि बड़े नेताओं की घोर लापरवाही हैं, जल्द ही जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जानी चाहिए और लापरवाह नेतृत्व पर संगठनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले ही मुंगेली कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सागर सिंह ने जनता कांग्रेस का दामन थाम लिया था जिससे मुंगेली कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पद रिक्त हो गया था, जिसके बाद जिले के कांग्रेसियों को उम्मीद थी कि पार्टी आलाकमान किसी दूसरे को जिलाध्यक्ष या प्रभारी जिलाध्यक्ष बना सकता हैं परंतु विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए, परिणाम भी आ गए, सरकार भी स्थापित हो गई, परंतु अभी तक मुंगेली में कांग्रेस का जिलाध्यक्ष नहीं बनाया जा सका, ऐसे में मुंगेली जिला कांग्रेस की ओर से नेतृत्वविहीन जिला माना जाने लगा हैं, जिला मुख्यालय में होने वाले कई कार्यक्रम नहीं हो पा रहे, हालांकि बताया जाता हैं कि जिलाध्यक्ष न होने की स्थिति में ब्लॉक, शहर नेतृत्व पर जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम का पूरा जिम्मा हैं पर इनके द्वारा अपनी औपचारिक जिम्मेदारी निभा दी जाती हैं।
मुंगेली कांग्रेस जिलाध्यक्ष की नियुक्ति में लेटलतीफी समझ से बाहर हैं गिने-चुने ही प्रबल दावेदार हैं जो जिलाध्यक्ष बनने योग्य हैं परंतु जिलाध्यक्ष के नियुक्ति में देरी का कारण यह भी सुनने में आ रहा कि जो सत्ता के समय पहले बड़े पदों में रह चुके हैं और जो चुनाव लड़ चुके हैं वे भी अब जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गए हैं जिससे बाकी कांग्रेसियों में आपस में मतभेद मनमुटाव देखे गए। अब देखना हैं कि कांग्रेस आलाकमान किसे मुंगेली का जिलाध्यक्ष नियुक्त करती हैं ?
फिलहाल सबसे महत्वपूर्ण बात यह हैं कि जब कल 30 जनवरी को पूरा देश महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मना रहा था तो मुंगेली के कांग्रेसी कहाँ थे ? उन्होंने मुंगेली जिला मुख्यालय कार्यालय में महात्मा गांधी का पुण्यतिथि क्यों नहीं मनाया ? क्या कांग्रेस के नेताओं के पास गांधी जी की प्रतिमा में माल्यार्पण करने का भी समय नहीं ? यह विचारणीय हैं। अब यह देखना हैं कि मुंगेली के निष्क्रिय हो चुके वर्तमान कांग्रेस संगठन पर पार्टी आलाकमान कुछ कार्यवाही करती हैं या वह भी मुंगेली की फोटोबाजी और गुटबाजी युक्त राजनीति का हिस्सा बनती हैं ?
शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि कल मैं दो तीन लोगों के साथ मिलकर मनाया हूं, बाकी कोई नहीं आया।
जब शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा से कल पुण्यतिथि के कार्यक्रम की फ़ोटो मांगी गई तो वे टालते रहे और फ़ोटो नहीं भेजा। ऐसी भी संभावना व्यक्त की जा रही हैं कि मामले को दबाने आज जाकर महात्मा गांधी के फोटो पर माल्यार्पण कर फ़ोटो खिंचवाया जा सकता। कांग्रेसियों ने बताया कि कल पुण्यतिथि मनाने की कोई सूचना नहीं दी गई थी, शहर नेतृत्व द्वारा भ्रामक बात कही जा रही हैं, कौन कितना सच बोल रहा ये तो जांच का विषय हैं।