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जानिए रैट वायरस के लक्षण: खतरे की चेतावनी और बचाव के उपाय

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घर में चूहे हैं सिरदर्दी

घरों में कॉकरोच, चींटी, छिपकली के अलावा चूहे भी हो जाते हैं। जगह-जगह गंदगी करने के अलावा यह कपड़ों और खाने का नुकसान भी कर देते हैं। इसलिए इनसे छुटकारा पाना बहुत जरूरी है। लेकिन सिर्फ साफ-सफाई के मकसद से ही नहीं, स्वास्थ्य के लिहाज से भी इन्हें घर में नहीं पनपने देना चाहिए।

वायरल नहीं ये चूहों का इंफेक्शन

मौसम बदलने पर वायरल इंफेक्शन होना बहुत आम है। आजकल भी ठंड की वजह से सिर में भारीपन, जुकाम, खांसी हो रही है। मगर क्या आपको पता है कि यह चूहों की बीमारी भी हो सकती है जो कि काफी खतरनाक है।

हांटावायरस के लक्षण

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक चूहे हांटावायरस को फैला सकते हैं जो कि उनके पेशाब, थूक और मल के संपर्क में आने से होता है। इसे हांटावयरस पल्मोनरी सिंड्रोम कहते हैं और सांस की तकलीफ से जान जा सकती है।

रैट बाइट फीवर

यह एक घातक संक्रमण है जो चूहों के काटने या खरोंच मारने से हो सकता है। सीडीसी के मुताबिक इस बीमारी के कारण मरीज को बुखार, उल्टी, सिरदर्द, मसल्स में दर्द, जोड़ों में दर्द और रैशेज होने लगते हैं।

प्लाक

यह बीमारी आम नहीं है लेकिन चूहों के संक्रमण से बुबोनिक प्लाक भी हो सकता है। इसमें मरीज को तेज बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, कमजोरी, लिंफ नोड्स में सूजन हो सकती है।

लेप्टोस्पायरोसिस

यह एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो संक्रमित मिट्टी और पानी से होता है। यह चूहों के द्वारा भी फैल सकता है। इसमें भी तेज बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, उल्टी, पीलिया, लाल आंखें, पेट दर्द, डायरिया हो सकता है।

सैल्मोनेलोसिस

चूहे सैल्मोनेला कीटाणु भी फैलाने की ताकत रखते हैं। यह बैक्टीरियल इंफेक्शन काफी गंभीर बुखार, पेट में मरोड़, डायरिया और दर्द का कारण बन सकता है।

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