मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने को लेकर उनके खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं। नासिक पुलिस क्राइम ब्रांच ने यह आदेश जारी किया है। नारायण राणे पर आरोप है कि जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपशब्द कहे थे। जिसके बाद शिवसेना ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। नासिक क्राइम ब्रांच को चिपलून जाकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने पर मुंबई में शिवसेना आक्रामक हो चुकी है। नासिक पुलिस ने नारायण राणे के खिलाफ कोरोना गाइडलाइंस के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए क्राइम ब्रांच को उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
इस बीच खबर है कि नासिक पुलिस राणे की गिरफ्तारी के लिए निकल गई है। वहीं गिरफ्तारी के बारे में सवाल किए जो पर केंद्रीय मंत्री राणे ने कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मेरे ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई है। मैंने कोई अपराध नहीं किया है। 15 अगस्त के बारे में कोई नहीं जानता तो क्या यह अपराध नहीं है? मैंने कहा था कि मैं थप्पड़ मार देता और यह अपराध नहीं है।
राणे के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज
दरअसल, सोमवार को जनआशीर्वाद यात्रा नासिक के कोकड़ के महाड़ इलाके में पहुंची। यहां नारायण राणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसी दौरान उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादित बयान देते हुए कहा कि अगर होता तो कान के नीचे रख देता।
इसके बाद शिवसैनिक गुस्सा गए और राणे के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई। ये इलाका शिवसेना का गढ़ माना जाता है। नासिक, पुणे और महाड़ में नारयण राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।
40 मामले हो चुके हैं दर्ज
बता दें कि जब से नारायण राणे की जनआशीर्वाद यात्रा शुरू हुई है, तब से शिवसेना उनपर आक्रमण हैं। अभी तक जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान कोविड उल्लंघन के मामले में नारायण राणे और उनके कार्यकर्ताओं पर 40 मामले दर्ज हो चुके हैं।