मुंगेली/ वर्तमान समय में नगर पालिका की स्थिति बेहद चिंताजनक हैं साथ ही शहर का विकास कार्य भी प्रभावित हैं, जिससे शहरवासियों में काफी आक्रोश हैं। बहुचर्चित नाली भ्रष्टाचार मामलें में नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर सहित 6 लोगों के खिलाफ कोतवाली में कई धाराओं के तहत अपराध दर्ज हैं, मुंगेली न्यायालय से नपा अध्यक्ष सहित 4 आरोपियों की अग्रिम जमानत खारिज हो चुकी हैं वर्तमान में सभी फरार हैं।
राज्य शासन द्वारा नाली घोटाले के आरोपी नपा अध्यक्ष संतुलाल सोनकर को नोटिस भी जारी किया गया हैं, उक्त सभी मामले को लेकर नगर पालिका में राजनीतिक भूचाल सा मचा हुआ हैं, कई जनप्रतिनिधियों द्वारा यह आंकलन लगाया जा रहा हैं कि अब नगर पालिका अध्यक्ष पद हेतु चुनाव होगा, जिसके चलते दावेदारों ने अपना-अपना दांव खेलना प्रारंभ कर दिया हैं, जिससे चलते वे कई पार्षदों से संपर्क भी कर रहे हैं साथ ही अपने तथा विरोधी पार्टीयों के पार्षदों का मन टटोल रहे हैं, हाल ही में मुंगेली में बड़े पैमाने पर चर्चा का विषय बना हुआ है कि यदि मान लो नपा अध्यक्ष पद का चुनाव होता हैं तो कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ पार्षद अरविंद वैष्णव और मनु सोनी प्रबल दावेदार हैं, इसका प्रमुख कारण यह हैं कि अरविंद वैष्णव लगातार 4 बार से पार्षद निर्वाचित होते आ रहे हैं जिससे उनकी दावेदारी काफी मजबूत हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के पार्षद मनु सोनी भी सशक्त दावेदार हैं क्योंकि उनकी पारिवारिक राजनीतिक पृष्ठभूमि बहुत ही लोकप्रिय हैं, पार्षद मनु सोनी के पिता अनिल सोनी 3 बार और माता श्रीमती सावित्री अनिल सोनी एक बार के नगर पालिका अध्यक्ष रहे हैं जिनकी मुंगेली में काफी लोकप्रियता हैं, मुंगेलीवासियों की भी यही राय हैं कि नगर पालिका में पुनः एक बार अनिल सोनी युग का प्रारंभ होना चाहिए और उनके पुत्र पार्षद मनु सोनी को नपा अध्यक्ष पद का दावेदार बनाना चाहिए। फिलहाल यह सारी बातें तब लागू होगी जब नगर पालिका में अध्यक्ष पद का चुनाव हो तो ? अब देखना हैं कि आगे की राजनीति किस ओर रुख लेती हैं।