रायपुर
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा कथित कोयला और शराब घोटाला मामलों में पूर्व कांग्रेस मंत्रियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भाजपा पर सवाल खड़े किए हैं। छग के पूर्व सीएम बघेल ने एफआईआर पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि "पिछले 3 वर्षों से ईडी और आईटी जांच कर रहे थे जांच के बाद उन्होंने अब एसीबी से एफआईआर दर्ज करने को कहा है। पहले ईडी और आईटी द्वारा की गई जांच के दौरान हमारे कई नेताओं के नाम का उल्लेख नहीं किया गया था, लेकिन अब अचानक हमारे नेताओं के नाम FIR में हैं।
बघेल ने भाजपा पर कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की साजिश बताते हुए कहा कि इससे स्पष्ट है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के नेताओं को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है… इससे पता चलता है कि विष्णुदेव साय कितने छोटी सोच के हैं…" बघेल ने कहा कि विष्णुदेव साय के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण उनके पार्टी के नेता पर एफआईआर दर्ज किया गया है। बघेल ने कहा कि कोल घोटाले और शराब घोटाले की जांच बड़ी-बड़ी एजेंशियों ने किया लेकिन ज्यादा कैस नहीं पकड़ा गया। उन्होंने सीएम साय पर साजिश करने के आरोप लगाए हैं।
बता दें छत्तीसगढ़ में कोयला और शराब घोटाले में मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में FIR दर्ज कराई है। ईडी की ओर से दर्ज केस में कोयला घोटाले में 71 नामजद और शराब घोटाले में 35 नामजद आरोपितों के नाम शामिल है। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है, उसमें पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, दो निलंबित आइएएस, पूर्व मुख्य सचिव, रिटायर्ड आइएएस अफसर सहित कई अन्य कांग्रेसी नेता शामिल हैं।