भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के निर्णय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार माना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बिहार के यशस्वी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर ने पिछड़े वर्ग और वंचितों की लड़ाई में सामाजिक न्याय के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दिया। स्व.ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न के लिए दिए जाने का निर्णय लोकतंत्र को गौरवान्वित करने वाला है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न (मरणोपरांत) दिए जाने का ऐलान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर को फोन किया। पीएम मोदी ने फोन पर उन्हें बधाई दी है। रामनाथ ठाकुर ने कहा कि यह 36 साल की तपस्या का फल है। मैं अपने परिवार, बिहार की 15 करोड़ जनता की ओर से मोदी सरकार को धन्यवाद देता हूं।
भारत सरकार के द्वारा समाजवाद का झंडा बुलंद करने वाले गुदरी के लाल पूर्व मुख्यमंत्री जननायक स्व. कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत देश के सबसे बड़े सम्मानों में से एक भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद पूरे बिहार में खुशी की लहर देखने को मिल रही है. आम से लेकर खास सभी भारत सरकार को इसके लिए बधाई दे रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जननायक स्व. कर्पूरी ठाकुर समस्तीपुर जिले के पितौझिया गांव के रहने वाले थे,जो वर्तमान में कर्पूरी ग्राम के नाम से जाना जाता है.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत सरकार ने पूर्व में भी देश की कई महान हस्तियों को उनके योगदान और उपलब्धियों के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया है। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का निर्णय अद्वितीय एवं प्रेरणादायी कदम है। इससे लोकतंत्र के साथ-साथ भारत सरकार का मान बढ़ा है और वंचितों और पिछड़े वर्ग में विश्वास बढ़ेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं।
24 जनवरी को महान समाजवादी नेता का जन्मदिन है और यह सम्मान और खास इसलिए हो जाता है क्योंकि यह वर्ष उनका जन्म शताब्दी वर्ष है.भारत सरकार के द्वारा इसकी घोषणा किए जाने के बाद उनके परिवार में भी काफी खुशी देखने को मिल रही है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर के पुत्र और राज्यसभा के सांसद रामनाथ ठाकुर ने यह सम्मान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्ति की है. उन्होंने कहा कि पिछले 36 साल से लगातार उनके द्वारा भारत रत्न देने की मांग की जा रही थी लेकिन उनके मांगों पर किसी के द्वारा विचार नहीं किया गया और आज उनके जन्म शताब्दी वर्ष जब सभी मान रहे हैं.
उनके जन्मदिन से एक दिन पूर्व उन्हें भारत सरकार के द्वारा यह सम्मान दिया गया उसके लिए वह भारत सरकार को बधाई देते हैं और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं. इस खास मौके पर रामनाथ ठाकुर के परिवार के सदस्य एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया और खुशियों का इजहार किया. जननायक के जन्म शताब्दी वर्ष के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके पैतृक गांव पहुंचकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे. इस मौके पर सर्वप्रथम प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया जाएगा.