नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए गुजरात के सूरत हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित कर दिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अधिसूचना जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी है। इस तरह से गुजरात को अपना तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मिल गया है। राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सूरत एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा देने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी। सूरत अपने हीरे के कारोबार के लिए पूरे विश्व में विख्यात है। ऐसे में सरकार के इस फैसले से सूरत के द्योगपतियों और हीरा व्यापारियों को काफी फायदा होगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपने दिसंबर के बयान में कहा कि सूरत हवाई अड्डे को एक अंतरराष्ट्रीय सुविधा में बदलने का उद्देश्य न केवल वैश्विक यात्रियों के लिए प्रवेश द्वार के रूप में सेवा करना है, बल्कि इसका उद्देश्य संपन्न हीरे और कपड़ा उद्योगों के लिए आयात-निर्यात संचालन को सुव्यवस्थित करना भी है। इस रणनीतिक निर्णय से अभूतपूर्व आर्थिक क्षमता खुलने, सूरत को अंतरराष्ट्रीय विमानन परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने और क्षेत्र में समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत होने की उम्मीद है।
मंत्रालय के अनुसार, सूरत हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिया जाना आर्थिक विकास को बढ़ाने, विदेशी निवेश को आकर्षित करने और राजनयिक संबंधों को मजबूत करने में बहुत महत्व रखता है। हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय पदनाम के साथ यात्री यातायात और कार्गो संचालन दोनों में अपेक्षित वृद्धि को क्षेत्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण चालक के रूप में देखा जाता है।