जम्मू। जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच चल रही मुठभेड़ में अभी तक दो दहशतगर्दों का खात्मा किया जा चुका है। मारे गए आतंकियों की अभी शिनाख्त नहीं हुई है। सुरक्षा बलों की संयुक्त की टीम इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही है। जिसमें पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की टीमें शामिल हैं। मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों में से एक की पहचान ख्रिव के मुसैब मुस्ताक के रूप में हुई है। वह लुरगाम में जाविद अहमद मलिक की हत्या में शामिल था। साथ ही दक्षिण कश्मीर में नागरिक हत्याओं के लिए जिम्मेदार था। दूसरे आतंकी की पहचान की जा रही है।
आपको बता दें कि इससे पहले करीब दो हफ्तों से थन्नामंडी के जंगलों में मौजूद तीन आतंकवादियों के ग्रुप का वीरवार को सुबह सेना और पुलिस से सामना हुआ, तो मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मार गिराया गया।
सूत्रों के अनुसार 6 अगस्त को थन्नामंडी के पंगाई इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, उस दौरान पांच आतंकवादियों का ग्रुप था, जिनमें से दो को उस दिन ही मार गिराया था। लेकिन तीन आतंकवादी चकमा देकर भाग निकले थे। ऐसा माना जा रहा है कि उन्हीं तीन आतंकवादियों का ग्रुप पिछले दो हफ्तों से थन्नामंडी के जंगलों में घूमते हुए थन्नामंडी मुगल रोड स्थित ऐतिहासिक पर्यटक स्थल डेरा की गली से सटे जंगलों में पहुंचा।
डेरा की गली से सटे जंगलों में आतंकवादियों के होने की सूचना मिलते ही सेना, पुलिस व सीआरपीएफ ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। इस दौरान घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने हमला कर दिया, जिसमें सेना का एक जेसीओ शहीद हो गया, जबकि एक जवान घायल हो गया।
इस बीच सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मार गिराया गया। दो और आतंकवादियों के इलाके में होने की आशंका है। एक आतंकवादी को ढेर करने के बाद वहां पर फायरिंग तो नहीं हुई, लेकिन सुरक्षा बलों का कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन संयुक्त रूप से जारी था। सुरक्षा बल चप्पे-चप्पे को खंगाल रहे हैं।