कराची
अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट (Financial Crisis) से जूझ रहे पाकिस्तान में चुनाव (Pakistan Election) होने वाले हैं. पहले से ही मंहगाई की आंच में झुलस रही देश की जनता की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ने वाली हैं. दरअसल, एक रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि चुनाव से पहले जनता पर महंगाई का बम फूटेगा (Pakistan Inflation) और आसमान पर पहुंच चुकी पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Pakistan Petrol-Diesel Price) में फिर से आग लगेगी. इसमें कहा गया है कि फरवरी की शुरुआत में पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 5 से 9 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की जा सकती है.
31 जनवरी को बढ़ सकती हैं कीमतें
Dawn की एक रिपोर्ट में ये आशंका व्यक्त की गई है. इसमें बताया गया है कि तेल की ऊंची अंतरराष्ट्रीय कीमतों और आयात प्रीमियम के कारण पाकिस्तान में पेट्रोल और हाई-स्पीड डीजल (HSD) की कीमतें 31 जनवरी को 5-9 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाई जा सकती हैं. सूत्रों के हवाले से इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों प्रमुख पेट्रोलियम उत्पादों (पेट्रोल और एचएसडी) की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ी हैं और पाकिस्तान स्टेट ऑयल (PSO) को उच्च आयात प्रीमियम का भुगतान करना पड़ा है. ऐसे में भले ही अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये (Pakistani Rupee) में तेजी आई हो, फिर भी इस बढ़े हुए बोझ को कम करने के लिए पेट्रोल- हाई स्पीड डीजल के दाम बढ़ाए जा सकते हैं.
रुपये में सुधार, फिर भी हालात बदतर
पिछले दो सप्ताह में पेट्रोल की कीमत 83 डॉलर प्रति बैरल से 86.5 डॉलर पर पहुंच गई है, जबकि HSD लगभग 2 डॉलर प्रति बैरल महंगा होकर 95.6 डॉलर से 97.5 डॉलर हो गया है. दूसरी ओर डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी करेंसी की वैल्यू 281 रुपये की जगह अब करीब 280 रुपये पर आ गई है. इस सबके बीच प्रोडक्ट कार्गो सिक्योरिटी के लिए पीएसओ द्वारा भुगतान किया जाने वाला प्रीमियम दोनों उत्पादों पर 2 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ा है. High Speed Diesel के लिए यह 4.2 डॉलर से बढ़कर 6.5 डॉलर प्रति बैरल और पेट्रोल पर 7.5 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 9.5 डॉलर हो गया है.
रिपोर्ट की मानें तो इस आधार पर हाई स्पीड डीजल (HSD Price) की कीमत 4-6 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत (Petrol Price) 6.5 से 9 रुपये प्रति लीटर के बीच बढ़ सकती है. हालांकि, केरोसीन और हल्के डीजल तेल की कीमतें अपरिवर्तित रहने की उम्मीद जताई गई है.
IMF से पेट्रोलियम लेवी पर ये करार
पाकिस्तान में पहले से ही पेट्रोल और एचएसडी दोनों पर 60 रुपये प्रति लीटर पेट्रोलियम लेवी लिया जा रहा है. कार्यवाहक सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (Pakistan-IMF) के बीच मदद के दौरान बनी सहमति में चालू वित्त वर्ष के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों पर पेट्रोलियम लेवी के रूप में 869 अरब रुपये इकट्ठा करने का बजट लक्ष्य रखा था, लेकिन ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि जून 2024 के अंत तक यह कलेक्शन 920 अरब रुपये से अधिक हो जाएगा. पाकिस्तान की महंगाई दर (Pakistan Inflation) में दिसंबर 2023 में पेट्रोलियम और बिजली की कीमतों का बड़ा रोल रहा है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में पेट्रोल का उपयोग ज्यादातर निजी परिवहन, छोटे वाहनों, रिक्शा और दोपहिया वाहनों में किया जाता है और इसका सीधा असर मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के बजट पर पड़ता है. वहीं दूसरी ओर HSD Price में कोई भी बदलाव महंगाई दर में बड़ा उतार-चढ़ाव ला देती है. क्योंकि इसका उपयोग ज्यादातर भारी परिवहन वाहनों, ट्रेनों और कृषि इंजनों जैसे ट्रक, बस, ट्रैक्टर, ट्यूबवेल और थ्रेशर में किया जाता है. इसमें इजाफे के कारण विशेष रूप से सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि देखने को मिलती है.