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पैरंट्स ध्यान दें! एग्जाम सीजन में बच्चे का स्ट्रेस मैनेज करने के टिप्स

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फरवरी से लेकर मार्च तक एग्जाम का सीजन रहता है। इस दौरान 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ हर क्लास के फाइनल एग्जैम्स भी होते हैं और इस दौरान ज्यादातर बच्चे अपनी पढ़ाई, कोर्स पूरा करना, एग्जाम देना और फिर रिजल्ट कैसा होगा इन सारी बातों को लेकर हद से ज्यादा टेंशन और स्ट्रेस में रहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ङ्ख॥ह्र की मानें तो भारत के करीब 5 करोड़ 70 लाख लोग डिप्रेशन का शिकार हैं और इनमें से भी सबसे ज्यादा तादाद युवाओं की है। मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के मामले में युवाओं की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है।
डिप्रेशन, ऐंग्जाइटी, स्ट्रेस के मामले बढ़े
ज्यादातर स्टडीज और रिसर्च में भी यह बात साबित हो चुकी है कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियां जैसे- डिप्रेशन, ऐंग्जाइटी, बेचैनी, स्ट्रेस ये सब युवाओं में बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है। आपको यकीन नहीं होगा कि एक तरफ जहां यंगस्टर्स हर वक्त सोशल मीडिया पर ऐक्टिव रहते हैं, फेसबुक से लेकर इंस्टा, टिकटॉक इस तरह के हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हजारों दोस्त होने के बाद भी यंगस्टर्स अकेलेपन का शिकार हो रहे हैं। इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में साइकॉलजी की सीनियर कंसल्टेंट डॉ एकता सोनी बता रही हैं बेहद आसान और क्विक टिप्स के बारे में जिससे बच्चों में स्ट्रेस को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है।
ऐसे में अगर आपका बच्चा भी अपने एग्जाम या पढ़ाई को लेकर स्ट्रेस में है तो इन टिप्स को जरूर अपनाएं…

  1. फिजिकल ऐक्टिविटी जरूर करें
    स्ट्रेस दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है फिजिकल ऐक्टिविटी। फिर चाहे वॉकिंग हो, रनिंग, स्वीमिंग, पावर योगा, ऐरोबिक्स, कार्डियो वर्कआउट या फिर जो आपकी पसंद हो उसे जरूर करें। हर वक्त एक ही जगह बैठे रहने से भी स्ट्रेस बढ़ता है। लिहाजा बॉडी को थोड़ा मूव करें और कुछ ऐक्टिविटी जरूर करें।
  2. नींद पूरी करना है जरूरी
    एग्जाम्स आए नहीं कि सबसे पहले बच्चों की नींद गायब हो जाती है और वे रात-रातभर जागकर पढ़ाई करने लगते हैं। लेकिन आपको बता दें कि अगर आप अपना स्ट्रेस लेवल कम करना चाहते हैं तो बेहद जरूरी है कि आप कम से 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। प्रॉपर नींद भी स्ट्रेस को कम करने में मदद करती है।
  3. मसल्स को रिलैक्स करें
    एक और बेहतरीन स्ट्रेस रिलिवर का काम करता है प्रोग्रेसिव मसल रिलैक्सेशन टेक्नीक जिसे पीएमआर भी कहते हैं। इस टेक्नीक में शरीर के हर एक मसल यानी मांसपेशियों को रिलैक्स करने की कोशिश की जाती है ताकि शरीर की थकान और स्ट्रेस पूरी तरह से दूर हो जाए। यह टेक्नीक स्टूडेंट्स के लिए खासकर बहुत मददगार है।
  4. हेल्दी डायट का सेवन करें
    आपको भले ही ये बात अभी समझ न आ रही हो लेकिन आपकी डायट आपके ब्रेन पावर को या तो बढ़ा सकती है या फिर आपकी मेंटल एनर्जी को कम कर सकती है। हेल्दी डायट भी स्ट्रेस मैनेजमेंट में मददगार साबित हो सकती है। अगर आप अच्छी और हेल्दी डायट का सेवन करेंगे तो मूड स्विंग्स और सिरदर्द जैसी दिक्कतें भी नहीं होंगी।
  5. परिवार और दोस्तों से बात करें
    स्ट्रेस को मैनेज करने में सबसे ज्यादा मदद परिवार के सदस्य और आपके दोस्त ही करते हैं। लिहाजा बेहद जरूरी है कि आप अपने घरवालों से हर दिन बात करें, उनसे अपनी बातें, समस्याएं और दिक्कतें शेयर करें। जब आप अपनी बातें और विचार परिवारवालों के साथ शेयर करते हैं तो बड़ी सी बड़ी प्रॉब्लम का भी सलूशन निकल जाता है और स्ट्रेस के लिए जगह ही नहीं बचती।