भोपाल
राजधानी सहित प्रदेश के सभी जिलों में हाई सिक्युरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगाने का काम जारी है। हालांकि यह काम अब अंतिम चरणों में चल रहा है।
बताया जा रहा है कि राजधानी में अब भी 8 लाख से अधिक वाहन मालिकों द्वारा हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट नहीं लगवाई गई। नंबर प्लेट लगवाने की लास्ट तारीख 15 जनवरी थी। इस संबंध में आज ग्वालियर में परिवहन अधिकारियों की एक बड़ी बैठक बुलाई गई है। गौरतलब है कि करीब पांच महीने पहले केंद्र सरकार के निर्देश पर परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने प्रदेश के सभी जिलों में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लगाने को लेकर आदेश जारी किए थे। उस समय शहर में साढ़े 11 लाख वाहनों में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लगाई जानी थी।
प्राइम रूट बस आॅनर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पंडित गोविंद शर्मा, प्रदेश महासचिव सुशील अरोरा सहित अन्य पदाधिकारियों ने मांग की है कि प्रदेश में लाखों की संख्या में बस, ट्रक, कार और दोपहिया वाहनों में अब तक हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट नहीं लग पाई है। बार-बार सर्वर डाउन होने के कारण ये प्लेटें बन ही नहीं पा रही हैं। कई मालिकों को कम्प्यूटर का सही ज्ञान नहीं होने के कारण वे अब तक इस प्रक्रिया से अनभिज्ञ हैं। ऐसे में कम से कम दो से तीन महीने की छूट और दी जाए, समय सीमा बढ़ाई जाए। इस संबंध में परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव और परिवहन आयुक्त ग्वालियर को ज्ञापन भी सौंपा गया है। हालांकि अब तक इस मामले में परिवहन अफसर कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहे हैं।
300 से लेकर 1200 रुपए तक फीस
विभाग के अनुसार दो पहिया वाहनों से 300 से 400 रुपए, चार पहिया वाहनों से 700 से 800 रुपए, यात्री बस से 900 से 1000 रुपए और हैवी व्हीकल ट्रक-डंपर से 850 से 1000 रुपए फीस ली जा रही है। इसमें कुछ राशि वाहन डीलर्स अलग से भी ले रहे हैं।
2019 के पहले रजिस्टर्ड वाहनों को किया गया है शामिल
आरटीओ भोपाल के अनुसार अभी 2019 से पहले रजिस्टर्ड हुए वाहनों को ही शामिल किया है। भोपाल में करीब चार महीने से यह काम जारी है। परिवहन विभाग पहले से संचालित वाहन पोर्टल की क्षमता को बढ़ाकर दोगुना कर दिया है। इसके बाद भी शहर में लगातार सर्वर की समस्या चल रही है। राजधानी में संचालित दो पहिया और चार पहिया आॅटोमोबाइल शोरुम में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम जारी है।