नई दिल्ली
इंटरनेशनल बॉक्सिंग रिंग में जब भी किसी सफल भारतीय महिला बॉक्सर का जिक्र होता है, तो उसमें भारतीय महिला बॉक्सर एमसी मैरी कॉम का नाम जरूर आता है। जो 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन रही और 2012 में ओलंपिक मेडल भी उन्होंने अपने नाम किया। इंटरनेशनल स्टेज पर भारत के नाम का परचम लहराने वाली एमसी मैरी कॉम ने बुधवार को बॉक्सिंग से संन्यास लेने की बात कही थी, लेकिन गुरुवार को उन्होंने कहा कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया है। मैंने अभी संन्यास का ऐलान नहीं किया है।
क्या सच है मेरी काम के संन्यास की बात
गुरुवार को एमसी मैरी कॉम में अपने संन्यास के ऐलान का खंडन किया और कहा कि मेरी बातों का गलत मतलब निकल गया है। मैंने अभी तक संन्यास की घोषणा नहीं की और मेरी बात को गलत तरीके से सामने रखा गया। जब मुझे इसकी घोषणा करनी होगी मैं व्यक्तिगत रूप से मीडिया के सामने आकर करूंगी, फिलहाल यह सच नहीं है।
एमसी मैरी कॉम के वर्ल्ड रिकॉर्ड
भारतीय महिला बॉक्सर एमसी मैरी कॉम वर्ल्ड एमेच्योर बॉक्सिंग चैंपियनशिप को 6 बार जीत चुकी है और ऐसा करने वाली वह दुनिया की एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं। इतना ही नहीं मैरी कॉम 7 वर्ल्ड चैंपियन में से हर में कोई ना कोई एक पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज भी हैं। बॉक्सिंग रिंग में अपने सफल करियर के लिए 2018 में मणिपुर सरकार ने उन्हें मिथोई लीमा उपाधि से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें पद्मभूषण, पद्मश्री, अर्जुन पुरस्कार और खेल जगत के अन्य पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। उनके जीवन पर आधारित 2014 में फिल्म मैरी कॉम भी बनी थी, जिसमें प्रियंका चोपड़ा ने मैरी कॉम का किरदार निभाया था।
तीन बच्चों को जन्म देने के बाद भी की बॉक्सिंग कंटिन्यू
बता दें कि एमसी मैरी कॉम तीन बच्चों की मां है। पहले उन्हें दो जुड़वा बच्चे हुए। उसके बाद 2012 में उन्होंने अपने तीसरे बच्चे को जन्म दिया। इस साल उन्होंने ओलंपिक मेडल भी जीता था। हालांकि, बेटे को जन्म देने के बाद उन्होंने एक ब्रेक जरूर लिया, लेकिन 2018 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में यूक्रेन की हन्ना ओखोटा को 5-0 से हराकर उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के नियम के अनुसार 40 साल या उससे ज्यादा उम्र के एथलीट्स पेशेवर मुक्केबाजी टूर्नामेंट प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकते हैं। हालांकि, 41 वर्षीय मैरी कॉम ने अभी इंटरनेशनल बॉक्सिंग करियर से संन्यास नहीं लिया है।