- मध्यप्रदेश के विकास विजन से परिचित होंगे, पीएससी में चयनित 686 अधिकारी
भोपाल
मध्यप्रदेश सिविल सेवा के वर्ष 2019 एवं वर्ष 2020 के लिये चयनित 686 अभ्यर्थियों को राज्य सरकार के विकास विजन से परिचित कराया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 25 जनवरी 2024 को रवीन्द्र भवन भोपाल में उन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे और राज्य सरकार सुशासन की प्रक्रियाओं पर संवाद करेंगे।
सरकार के इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों का उत्साहवर्धन एवं नवागत अधिकारियों को गुड गर्वनेंस, सतत् विकास का लक्ष्य एवं मध्यप्रदेश शासन के विजन से अवगत कराना है।
कुल 686 चयनित अभ्यर्थियों में 187 अनारक्षित, 157 अन्य पिछड़ा वर्ग, 110 अनुसूचित जाति, 150 अनुसूचित जनजाति एवं 82 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थी हैं।
नवागत अधिकारी वाणिज्यिक कर विभाग (वाणिज्यिक कर, पंजीयन, आबकारी), वित्त विभाग, कार्मिक विभाग, राजस्व विभाग, स्कूल शिक्षा, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, गृह विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, श्रम विभाग, जनसम्पर्क विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, सहकारिता विभाग एवं जेल विभाग में पदस्थ होंगे।
कार्यक्रम में प्रदेश की विगत 20 वर्षों की प्रगति यात्रा एवं प्रमुख सामाजिक एवं आर्थिक संकेतकों का प्रस्तुतिकरण होगा। मुख्यमंत्री द्वारा चयनित अभ्यर्थियों से सीधे संवाद के अतिरिक्त अभ्यर्थी अपनी सफलता और लक्ष्य प्राप्ति में आई कठिनाईयों की जानकारी देंगे।
कार्यक्रम के अंतर्गत सुशासन के आयाम विषय पर विशेषज्ञ द्वारा अपना वक्तव्य प्रदान किया जाएगा। गुड गर्वनेंस के साथ टेक्नॉलाजी इन गर्वनेंस, सी.एम. हेल्पलाईन एवं अन्य तकनीकी इंटरवेंशन के विषय पर भी उद्बोधन होगा, जो कि नवागत अधिकारियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सभी क्षेत्रों में विकास के साथ-साथ धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल से महाकाल लोक के निर्माण के बाद से स्थानीय पर्यटन बढ़ा है। उज्जैन आने-जाने के लिए श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिये आवागमन के अन्य साधनों को बढ़ाने के साथ बेहतर हवाई सेवाएं भी प्रारंभ की जायेंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज उज्जैन में महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए चल रहे विभिन्न कार्यों का निरीक्षण करने के बाद इलेक्ट्रानिक मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं के अवलोकन के दौरान संबंधित अधिकारियों से कार्यों की गुणवत्ता और पूर्णता के संबंध में जानकारी प्राप्त कर आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेशवासी प्रधानमंत्री जी के आभारी है, क्योंकि उज्जैन के महाकाल लोक के निर्माण के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना बढ़ा है। हाल ही में अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी हवाई सेवाओं की आवश्यकता अनुभव की जा रही है। उन्होने कहा कि इसके लिये कार्ययोजना बनाई जायेगी ताकि उज्जैन में सुविधायुक्त हेलीपेड एवं एयरपोर्ट बन सके।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मालवा क्षेत्र में आने वाले पर्यटक अनिवार्य रूप से महाकाल दर्शन के लिये उज्जैन आते हैं। आगामी सिंहस्थ के दृष्टिगत विभिन्न व्यवस्थाएं आवश्यक हैं। प्रयास है कि बाबा महाकाल के दर्शन आसानी से कम समय में संभव हो, विशेष रूप से दिव्यांगजन, वृद्ध और बच्चे शीघ्र दर्शन कर सकें। धार्मिक-आध्यात्मिक मान्यताओं में विश्वास रखने वाले और जिज्ञासुजन महाकाल लोक के साथ ही विभिन्न संग्रहालय देखें। सनातन संस्कृति को समझें। पर्यटकों और श्रद्धालुओं को नई व्यवस्थाओं का लाभ देने के प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार विकास के साथ ही सनातन संस्कृति के संरक्षण और अन्य धर्मों के लिए भी आवश्यक कार्यों के साथ आगे बढ़ रही है।