संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस संयुक्त राष्ट्र की मुख्य नीति-निर्माण इकाई का सर्वोच्च पद ग्रहण करने के बाद इस महीने के अंत में भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा करेंगे।
फ्रांसिस के कार्यालय ने एक बयान में बताया कि यूएनजीए के 78वें सत्र के अध्यक्ष फ्रांसिस सबसे पहले युगांडा की राजधानी कंपाला की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे।
बयान के अनुसार, फ्रांसिस की 21 जनवरी तक कंपाला की चार-दिवसीय यात्रा ‘साझा वैश्विक समृद्धि के लिए गहन सहयोग’ विषय पर आधारित गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 19वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए होगी।
बयान में कहा गया है कि वह 21 जनवरी को ‘लीविंग नो वन बिहाइंड’ विषय पर आयोजित जी-77 और चीन के तीसरे दक्षिण शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे।
बयान में कहा गया है कि युगांडा में विकासशील देशों के दो उच्च-स्तरीय मंचों पर अपने संबोधन में, फ्रांसिस इस बात पर प्रकाश डालेंगे कि ‘अभूतपूर्व संकट के समय, ग्लोबल साउथ के एकजुट आवाज़ बुलंद करने की बहुत अधिक आवश्यकता है’।
बयान में भारत की उनकी यात्रा की सटीक तारीख की घोषणा न करते हुए बताया गया है कि युगांडा के बाद फ्रांसिस अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत तथा चीन की यात्रा करेंगे।
फ्रांसिस (67) की सितंबर 2023 में नियुक्ति के बाद महासभा के अध्यक्ष के रूप में यह उनकी भारत की पहली यात्रा होगी।
उनका त्रिनिदाद और टोबैगो की राजनयिक सेवा में लगभग 40 वर्षों का करियर रहा है।