भोपाल
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी को पांच लाख लड्डू भेजे जाएंगे। बाबा महाकाल का यह प्रसाद अयोध्या जाएगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को भोपाल में कहा कि हमारा पुराना सपना पूरा हो रहा है, इसमें मध्य प्रदेश कैसे पीछे रह सकता है। महाकाल मंदिर उज्जैन से 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पांच लाख लड्डू भेजे जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश दिए है कि 22 तारीख के बाद जब जब जिन राज्यों को तारीख दी जाएगी उसके अनुसार हम जाएंगे। दो हजार साल पहले भी सम्राट विक्रमादित्य ने अयोध्या में में राम का मंदिर बनवाया था। उसी मंदिर को पांच सौ साल पहले बाबर ने तोड़ा है। जब दोबारा मंदिर का निर्माण हो रहा है तो इसमें मध्य प्रदेश कैसे पीछे रह सकता है। हम विक्रमादित्य की नगरी से श्री महाकाल मंदिर उज्जैन से 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पावन प्रसंग पर 5 लाख लड्डू भेजे जायेंगे। बाबा महाकाल का प्रसाद अयोध्या जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वामी विवेकानंद जी की जयंती की सभी को बधाई देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इंदौर को स्वच्छता में नंबर वन का पुरस्कार सातवीं बार मिला है। मध्य प्रदेश स्वच्छता में दूसरे स्थान पर आया है। इसके लिए सभी प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण को लेकर विभिन्न कार्यक्रम हो रहे हैं। शनिवार को शहडोल में आदिवासी भाई बहनों के साथ कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा हूं। 14 और 15 को मकर संक्रांति का कार्यक्रम होगा। भारतीय खेल पद्धति के कार्यक्रम होंगे।
बता दें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए विभिन्न स्तर पर तैयारी चल रही है। उज्जैन के उन्हेल रोड पर ग्राम सोंडग में 51 किलो की बड़ी अगरबत्ती बनाई जा रही है। इस अगरबत्ती को प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अंगारेश्वर मंदिर में प्रज्वलित किया जाएगा। इसका निर्माण काय के गोबर, गाय के घी, चंदन, गूगल फूलों व अन्य सुगंधित पदाथों के प्रयोग से महिला कारीगरों द्वारा किया जा रहा है। भोपाल में युवा भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन को खास बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। युवाओं ने राम नाम वाले दीपक बना रहे हैं। इन दीपक को 22 जनवरी को घर घर राम के नाम का दीपक जलाने के लिए वितरित किया जाएगा। मंदिरों में पूजा अर्चना का आयोजन किया जाएगा।