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संस्थागत प्रसव के लिए जनसामान्य को करें जागरूक : कलेक्टर

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कलेक्टर ने विभिन्न विकास कार्यों का लिया जायजा
शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए दिए दिशा-निर्देश
कोविड-19 की संभावना के दृष्टिगत स्वास्थ्य सुविधाओं का किया मुआयना
राजनांदगांव ।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने एवं शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए लगातार विकासखंडों का निरीक्षण कर रहे हैं। कलेक्टर सिन्हा ने आज विकासखंड छुईखदान के उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मणीकंचन केन्द्र गंडई एवं ग्राम ठंढार, पंडरिया के गौठान तथा ग्राम कोटरीछापर में विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने वहां पहुंचकर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर सिन्हा ने ग्राम ठंढार एवं पंडरिया के गौठान का निरीक्षण किया। उन्होंने महिला स्वसहायता समूह द्वारा किए जा रहे कार्यों तथा गोबर खरीदी एवं विक्रय की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गौठान मंक बाड़ी, चारागाह तथा स्वसहायता समूह के कार्यों के लिए क्षेत्र अलग रहे तथा पशुओं का जगह अलग होनी चाहिए। इसके लिए कार्ययोजना बनाकर इस दिशा मेंं कार्य करें। उन्होंने ठंढार के गौठान में जिन स्थानों में मवेशी आते हैं वहां टंकी स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। स्वसहायता समूह के लिए शेड का निर्माण करें, जिसमें महिलाएं विभिन्न गतिविधियां प्रारंभ करें। उन्होंने गौठान में फलदार वृक्ष, बाडिय़ों में सब्जी एवं चारागाह में नेपियर तथा मक्का लगाने के लिए कहा। साथ ही बाड़ी के क्षेत्र को बढ़ाने के निर्देश दिए। स्वसहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट विक्रय का भुगतान नहीं हुआ है। कलेक्टर सिन्हा ने जांच कर तत्काल भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां की महिलाओं को मनरेगा के तहत कार्य उपलब्ध कराएं।
कलेक्टर सिन्हा ने गंडई में उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के लिए जीर्णोद्धार हो रहे भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। आर्किटेक्ट द्वारा तैयार किए प्लान के अनुसार ही इसका निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल के लिए जल्द शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी करें। स्कूल में योग्य शिक्षकों की भर्ती होनी चाहिए। लैब, कम्प्यूटर एवं बच्चों की कक्षाएं आकर्षक होनी चाहिए। बच्चों के खेलने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध रहे। उन्होंने योजना के अनुरूप पुराने जर्जर भवन को तोडऩे के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल निर्माण तथा शिक्षा के लिए कार्य करना जनहित का कार्य है। लोगों को प्रेरित होकर उसमें कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि, जनभागीदारी समिति और अधिकारी आपस में समन्वय के साथ कार्य करें तथा स्कूल भवन निर्माण में आने वाले दिक्कतों को दूर करें।
कलेक्टर सिन्हा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंडई का अवलोकन किया। उन्होंने वहां डॉक्टर और मेडिकल स्टॉफ की जानकारी ली। उन्होंने प्रसूतावार्ड, सामान्य वार्ड, पुरूष वार्ड, महिला वार्ड, नवजात स्थरीकरण कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होंने संस्थागत प्रसव की जानकारी लेते हुए कहा कि अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव के लिए लोगों को जागरूक करें। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर ने बताया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए 30 ऑक्सीजन बेड तैयार किए गए हैं। साथ ही 10 अन्य कोविड वार्ड भी बनाया जाएगा। कलेक्टर सिन्हा ने इन वार्डों में ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद यह वार्ड अन्य कार्यों में भी उपयोग में लाया जा सकेगा। उन्होंने हाट बाजार क्लीनिक की जानकारी ली।
कलेक्टर सिन्हा ने 2 अगस्त से स्कूल खुलने के बाद स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को परखने गंडई के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गंडई के कक्षा 10वीं में पहुंचकर विषयों की जानकारी ली। बच्चों ने बताया कि वे स्कूल आने से बहुत ही खुश हैं। स्कूल बंद के दौरान भी वे लगातार क्लास से जुड़े रहे और पढ़ाई कर रहे थे। उन्हें पुस्तकें मिल गई है। इस दौरान कलेक्टर ने शिक्षकों की जानकारी ली एवं उपस्थिति पंजी की जांच की। शिक्षक उपस्थित नहीं होने पर एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक द्वारा लापरवाही करने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्कूल के चारो तरफ बाउंड्रीवाल का निर्माण करने के निर्देश दिए, जिससे स्कूल सुरक्षित हो सके। स्कूल के मैदान का उपयोग बच्चों के खेल के लिए किया जाए। इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
गण्डई की स्वच्छता दीदीयां मणीकंचन केन्द्र में आर्थिक गतिविधियां कर आत्मनिर्भर हो रही है। वे केन्द्र में वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट का निर्माण कर रही हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा वर्मी कम्पोस्ट का निरीक्षण करने मणीकंचन केन्द्र पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता दीदीयों को अधिक से अधिक लाभ होना चाहिए। वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने से मिट्टी की उत्पादन क्षमता बढ़ती है। नागरिक गमले, बाडिय़ों के पौधे में इसका उपयोग करें। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, एसडीएम छुईखदान श्रीमती निष्ठा पाण्डेय तिवारी, सीईओ जनपद खैरागढ़ प्रकाश तारम, तहसीलदार त्रिभुवनराम वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।