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गलती से न खाएं: सिंघाड़ा का सीधा वार पेट को कैसे प्रभावित कर सकता है

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सर्दियों में आपको जगह-जगह सिंघाड़े के ठेले खड़े दिख जाएंगे। लाल और काले रंग के सिंघाड़े देखने में जितने अच्‍छे लगते हैं, इनका मीठा और रसभरा स्‍वाद भी बेहतरीन होता है। सर्दियों में इन्‍हें खाना काफी हेल्‍दी माना गया है। स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के लिए कई लोग इसे उबालकर खाते हैं, तो कुछ लोगों को यह कच्‍चा खाने में ही अच्‍छा लगता है। वहीं जिसे सिंघाड़ा पसंद नहीं है, वो इसके पिसे हुए आटे का हलवा या पुड़ी बनाकर खाते हैं।

बता दें कि इस फल में पानी भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए यह शरीर को हाइड्रेट रखने में कोई कसर नहीं छोड़ता। इस फल में मैंगनींज, विटामिन-सी, विटामिन-ए जैसे कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए कई तरह से लाभदायक है। पर क्‍या आप जानते हैं कि सिंघाड़ा कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक होता है। अगर भूलकर भी इन लोगों ने सिंघाड़ा खा लिया, तो हालत बिगड़ भी सकती है। तो आइए बताते हैं कि किन लोगों को सिंघाड़े के सेवन से बचना चाहिए।

एलर्जी में न करें सिंघाड़े का सेवन

एलर्जी से ग्रस्त लोगों के लिए एक छोटी सी चूक भी खतरा बन सकती है। हालांकि, सिंघाड़े में एलर्जी पैदा करने वाले कोई गुण नहीं होते, फिर भी ये कुछ लोगों में नकारात्मक असर दिखा सकता है। इसलिए सिंघाड़े से होने वाली एलर्जी को पहचानना जरूरी है। वरना आपको उल्‍टी, दस्‍त और त्‍वचा पर खुजली जैसी शिकायत हो सकती है। कई लोगों को सिंघाड़ा खाकर सूजन और एनाफिलेक्सिस तक हो सकते हैं।

डायबिटीज वाले करें सिंघाड़े से परहेज

डायबिटीज वाले लोग अपने खानपान को लेकर हमेशा सावधानी बरतते हैं। ऐसे में उन्हें सिंघाड़ा भी सोच समझकर ही खाना चाहिए। वैसे तो यह फल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए जाना जाता है, लेकिन ज्‍यादा ग्‍लाइसेमिक इंडेक्‍स के चलते यह शुगर वाले लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। बता दें कि किसी भी खाद्य पदार्थ में ग्‍लाइसेमिक इंडेक्‍स ज्‍यादा होने का मतलब है ब्‍लड शुगर लेवल में वृद्धि होना। इससे डायबिटीज रिस्‍की बन सकती है।

किडनी पेशंट न खाएं सिंघाड़ा

किडनी पेशंट को सिंघाड़ा खाने से बचना चाहिए। इन लोगों को ज्‍यादा सोडियम खाने के लिए मना किया जाता है। खासतौर से किडनी पेशंट कैन्‍ड और प्रिजर्व्ड सिंघाड़ा खाते हैं, तो रोगी की हालत बिगड़ सकती है। क्‍योंकि इनमें सोडियम की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है। इससे फ्लूड रिटेंशन और ब्‍लड प्रेशर की समस्या बढ़ सकती है। अपनी किडनी को हेल्‍दी बनाए रखने के लिए पैकेट पर लगे लेबल को जरूर पढ़ लेना चाहिए।

खून पतला करने की दवा लेने वाले लोग

जो लोग पहले से खून पतला करने वाली दवा ले रहे हैं, उन्‍हें भूलकर भी सिंघाड़ा नहीं खाना चाहिए। दरअसल, इसमें विटामिन के एक ऐसा पोषक तत्‍व है, जो ब्‍लड क्‍लॉट के लिए जिम्‍मेदार है। आमतौर पर यह फायदेमंद है, लेकिन ब्‍लड थिनिंग मेडिसिन लेने वालों के लिए यह कब अचानक से खतरा बन जाए, कहा नहीं जा सकता।

कब्‍ज में नहीं खाना चाहिए सिंघाडा

कब्‍ज से जूझ रहे लोगों को सिंघाड़े से परहेज करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि सिंघाड़े में फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ये प्रकृति में ठंडा भी होता है। ऐसे में जिन लोगों को कब्‍ज रहता है, उनके लिए ये नुकसानदायक है। इससे पेट में सूजन होने के साथ गैस भी बन सकती है। खासतौर से आईबीएस वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।

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