चारकोल मास्क त्वचा को स्वस्थ बनाने के साथ ही सूरज की हानिकारक किरणों के साइड इफेक्ट से भी बचाता है और इससे चेहरा नेचुरल ग्लो करने लगता है। तमाम ब्यूटीशियंस का कहना है कि प्रदूषण के साइड इफेक्ट से स्किन को बचाने में चारकोल से बेहतर कोई विकल्प नहीं है :
रात को सोने से पहले : आपकी स्किन नॉर्मल हो या ड्राई, हफ्ते में दो बार चारकोल बेस्ड मास्क लगाना काफी है। चेहरा धोने के बाद भी इसका असर कई घंटों तक स्किन पर बना रहता है, इसलिए रात को लगाना इसे फायदेमंद माना जाता है। अगर आपकी स्किन सेंसटिव है या आपको लगता है कि चारकोल मास्क का उपयोग करने के बाद आपकी त्वचा ड्राई महसूस होती है, तो सप्ताह में एक बार लगाना ही आपके लिए काफी है। ऑयली स्किन वाले रात को सोने से पहले चारकोल बेस्ड फेसवॉश से चेहरे को साफ कर सकते हैं।
खासियत: चारकोल मास्क में कई जरूरी तत्व होते हैं, जो आपकी त्वचा की गहराई में मौजूद गंदगी को साफ करते हैं। इस मास्क को खासतौर पर त्वचा को डीप क्लीन करने के मकसद से ही तैयार किया जाता है। आपके माथे और नाक पर ब्लैकहेड्स की दिक्कत है, तो भी आपके लिए यह मास्क बेस्ट है।
चारकोल फेस मास्क आपकी त्वचा को अतिरिक्त सीबम, बंद रोमछिद्रों और मृत त्वचा निर्माण जैसे मुंहासे पैदा करने वाले तत्वों से छुटकारा दिलाता है। अगर आप चारकोल पील-ऑफ मास्क का सही तरीके से उपयोग करना जानते हैं, तो यह पिंपल्स के आकार को कम कर स्वैलिंग कम करता है और निशान आने से रोकता है।
इस तरह लगाएं चारकोल पैक और पाएं डर्ट से छुटकारा
ऑयली त्वचा के लिए बेस्ट : चारकोल फेस मास्क में किसी भी तरह का हानिकारक केमिकल नहीं होता है। ऑयली स्किन के लिए यह बेस्ट है। बाकी हर तरह की स्किन पर भी यह सूट करता है।
लगाने का तरीका
सबसे पहले आप अपने चेहरे को अच्छी तरह धो कर पोंछ लें।
अब इस मास्क को अपने फेस पर तकरीबन 30 मिनट के लिए लगा लें।
जब यह सूख जाए, तो चेहरे को अच्छी तरह से धो लें।
सामान्य त्वचा पर आप इसे रोज भी लगा सकती हैं।