भोपाल
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि सर्वांगीण विकास के लिए अच्छा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के कमजोर और गरीब तबके के नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आयुष्मान भारत योजना का देशव्यापी प्रयास वर्ष 2018 में प्रारंभ किया गया था। आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) का उद्देश्य चिकित्सा उपचार पर होने वाले खर्च को कम करने में मदद करना है, जो हर साल लगभग 6 करोड़ भारतीयों को विकास क्रम में पीछे कर देता है।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने अपील की है कि सभी पात्र व्यक्ति आयुष्मान भारत योजना से अवश्य जुड़ें। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा में भी इस दिशा में प्रयास करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं।उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में अब तक 3 करोड़ 71 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किये जा चुके हैं। प्रदेश में अब तक 16 लाख 88 हज़ार से अधिक हितग्राही योजनांतर्गत लाभ प्राप्त कर विभिन्न रोगों का उपचार करा चुके हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा में अब तक 1 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं।
योजना के तहत पात्र परिवार को मिलने वाले लाभ
प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष ₹5 लाख रूपये तक के नि:शुल्क उपचार का सुविधा मिलती है। हितग्राही को योजना से संबद्ध देशभर के किसी भी चिन्हित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त ईलाज की सुविधा प्राप्त है। भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांचें, भर्ती के दौरान उपचार व भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बाद तक का चेकअप एवं दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। PM-JAY लाभार्थी को अस्पताल में ही स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक कैशलेस पहुंच प्रदान करता है।
अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, नि:संतानता, मोतियाबिंद और अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क उपचार इस योजना के तहत किया जाता है। मुख्यमंत्री कोविड-19 उपचार योजना के अंतर्गत भी पात्र लाभार्थियों का नि:शुल्क उपचार इस योजना में किया जाता है।
योजना का लाभ पूरे देश में पोर्टेबल हैं, यानी लाभार्थी कैशलेस उपचार का लाभ उठाने के लिए भारत में किसी भी सूचीबद्ध सार्वजनिक या निजी अस्पताल में किया जा सकता है।सेवाओं में लगभग 1670 प्रक्रियाएं शामिल हैं, जो उपचार से संबंधित सभी लागतों को कवर करती हैं, जिनमें दवाएं, आपूर्ति, नैदानिक सेवाएं, चिकित्सक की फीस, कमरे का शुल्क, सर्जन शुल्क, ओटी और आईसीयू शुल्क भी शामिल हैं।
कैसे और कहां बनवाएं आयुष्मान कार्ड एवं नि:शुल्क उपचार का लाभ कैसे प्राप्त करें?
पारिवारिक समग्र आईडी के साथ कोई एक पहचान पत्र (आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, सरकारी पहचान पत्र) ले जाएं। कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र, यूटीआई-आईटीएसएल केंद्र पर जाकर अपनी पात्रता की जांच कराएं और आयुष्मान कार्ड बनवाएं। चिन्हित ग्राम रोजगार सहायक, आशा कार्यकर्ता एवं जिले स्तर में अधिकृत व्यक्तियों के सहयोग से भी आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकते हैं।
योजना से संबद्ध अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आयुष्मान मित्र के माध्यम से नि:शुल्क कार्ड बनवाए जा सकते हैं। भर्ती के समय अस्पताल में आयुष्मान कार्ड दिखाएं और नि:शुल्क उपचार का लाभ उठाएं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ लेने के लिए हितग्राही को कोई आवेदन करने की ज़रूरत नहीं है। अगर हितग्राही का परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लिस्ट में सम्मिलित है, तो चिकित्सा उपचार के लिए किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में हर साल 5 लाख रुपये तक का उपचार लाभ उठा सकते हैं।
पात्रता
समग्र परिवार आईडी द्वारा खाद्य पर्ची धारक (NFSA) / संबल (SAMBAL) कार्ड धारक https://ayushmanbharat.mp.gov.in/ में मोबाइल नम्बर से लॉग-इन कर परिवार की प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में पात्रता की जाँच की जा सकती है। इसके साथ ही बीओसीडब्ल्यू (भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक) तथा गैस राहत पीड़ित (विभाग द्वारा प्रदत्त सूची अनुसार) भी योजना अंतर्गत पात्र हैं।