हिन्दुस्तान जिंक को माइनिंग और मेटल सेक्टर में विश्व स्तरीय सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स में सर्वाेच्च स्थान
उदयपुर
वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने धातु और खनन क्षेत्र के तहत 238 कंपनियों के बीच एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में उच्चतम सीएसए स्कोर 85 हासिल कर सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया है।
कंपनी ने अपने स्कोर में पिछले वर्ष के 80 से इस वर्ष के 85 स्कोर की उल्लेखनीय उपलब्धी हांसिल की है जो की कंपनी के सस्टेनेबिलिटी और जिम्मेदार खनन के माध्यम से मूल्य आधारित और समुदायिक जीवन में सुधार के लिए हिंदुस्तान जिंक की निरंतर प्रगति का प्रमाण है।
कंपनी की चेयरपर्सन एवं वेदांता लिमिटेड की गैर कार्यकारी निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने बताया “हमें एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में हिंदुस्तान जिंक और वेदांता के उल्लेखनीय प्रदर्शन पर गर्व है। प्रतिष्ठित वैश्विक मूल्यांकन में हमारी बेहतर रैंकिंग एक सस्टेनेबल भविष्य के निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा “हमें गर्व है कि सस्टेनेबल भविष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को वैश्विक मान्यता मिली है। हम धातु और खनन क्षेत्र में एस एण्डपी ग्लोबल कार्पाेरेट सस्टेनेबिलिटी एसेसमेंट में वैश्विक स्तर अपनाए गए सस्टेनेबिलिटी प्रयासों के माध्यम से विश्व में सर्वाेच्च स्थान पर आ गए हैं।’’
भारत में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां दिसंबर में तीन महीने के उच्चतम स्तर पर
नई दिल्ली
भारत में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां अनुकूल आर्थिक परिस्थितियों और सकारात्मक मांग के दम पर दिसंबर में तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है।
मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक दिसंबर में 59 पर पुहंच गया। यह नवंबर में 56.9 पर था।
खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है।
सर्वेक्षण सेवा क्षेत्र की करीब 400 कंपनियों को भेजे गए प्रश्नावली के जवाबों पर आधारित है।
एचएसबीसी की 'चीफ इंडिया इकोनॉमिस्ट' प्रांजुल भंडारी ने कहा, ‘‘भारत का सेवा क्षेत्र साल के अंत में उच्च स्तर पर रहा। व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ने और तीन महीने में सर्वाधिक ऑर्डर मिलने से यह संभव हो पाया।''
नए व्यवसाय में बढ़ोतरी को अंतरराष्ट्रीय बिक्री की निरंतर वृद्धि से समर्थन मिला। सेवा प्रदाताओं ने दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोप, पश्चिम एशिया और दक्षिण अमेरिका में स्थित ग्राहकों की ओर से उच्च मांग देखी।
सर्वेक्षण में कहा गया, ‘‘मांग में उछाल से बिक्री में तेजी आई जिससे व्यावसायिक गतिविधि में तेजी आई। रोजगार सृजन लगातार 19वें महीने बढ़ा..''
इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स 57.4 से बढ़कर 58.5 हो गया।
एटीसी के भारतीय कारोबार का अधिग्रहण करेगी ब्रुकफील्ड
नई दिल्ली
कनाडा स्थित ब्रुकफील्ड 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर के एक बड़े सौदे में अमेरिकन टावर कॉर्पोरेशन के भारतीय कारोबार का अधिग्रहण करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इसमें एटीसी इंडिया पर दो अरब अमेरिकी डॉलर का उद्यम मूल्य और एक अक्टूबर 2023 से लगने वाला 'क्षतिपूर्ति शुल्क' भी शामिल है।
इस लेन-देन के लिए विनियामक की अनुमति आवश्यक है। इसके 2024 की दूसरी छमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
डीआईटी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (डीआईटी), ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के एक सहयोगी द्वारा प्रायोजित एक इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट ने आज भारत में अमेरिकन टॉवर के संचालन (एटीसी इंडिया) में 100 प्रतिशत इक्विटी हितों का अधिग्रहण करने के लिए एटीसी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की। इसका उद्यम मूल्य 16,500 करोड़ रुपये (दो अरब अमेरिकी डॉलर) है, जो प्रतिभूति खरीद समझौते के तहत पूर्व-समापन शर्तों के अधीन है।
टावर कंपनी एटीसी इंडिया के पास देशभर में करीब 78,000 स्थान (साइट) हैं।
एटीसी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि समापन के समय कुछ पूर्व-समापन शर्तों के तहत मौजूदा विनिमय दरों पर संभावित रूप से कुल कीमत करीब 21,000 करोड़ रुपये या 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर तक बैठेगी।
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘कुल लेन-देन में एटीसी इंडिया परिचालन पर करीब दो अरब अमेरिकी डॉलर का उद्यम मूल्य, साथ ही एक अक्टूबर 2023 से समापन की तारीख तक लगने वाला क्षतिपूर्ति शुल्क भी शामिल है।''
डीआईटी, समिट डिजीटेल और क्रेस्ट डिजीटेल के जरिए भारत में ब्रुकफील्ड के टेलीकॉम टावर कारोबार का संचालन करता है।
यह भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में ब्रुकफील्ड का तीसरा अधिग्रहण होगा।
ब्रुकफील्ड के पास करीब 1,75,000 टावर हैं जिन्हें 2020 में रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड से अधिग्रहित किया गया था।
एटीसी इंडिया को डीआईटी में शामिल किया जाएगा, जिसमें मौजूदा दूरसंचार संपत्तियां शामिल हैं।
ब्रुकफील्ड में प्रबंध निदेशक (इंफ्रास्ट्रक्चर प्रमुख भारत तथा पश्चिम एशिया) अर्पित अग्रवाल ने कहा, ‘‘हम भारत में अपने मौजूदा दूरसंचार टावर खंड का विस्तार करने के लिए तत्पर हैं जो हमारे ग्राहकों तथा भागीदारों के लिए समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला को सक्षम बनाता है।''
उन्होंने कहा, ‘‘एटीसी इंडिया जैसे रणनीतिक अधिग्रहणों के जरिए हम डिजिटल संपर्क को सशक्त बनाने और पूरे क्षेत्र में दूरसंचार बुनियादी ढांचे के परिदृश्य को बदलने को प्रतिबद्ध हैं।''
भारत में ब्रुकफील्ड के पास इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, रिन्यूएबल पावर एंड ट्रांजिशन और प्राइवेट इक्विटी में प्रबंधन के तहत करीब 25 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है।