नईदिल्ली
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप 2023 में दमदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 24 विकेट झटके थे. 33 साल के अनुभवी तेज गेंदबाज शमी अभी चोट से जूझ रहे हैं. इसी कारण वो साउथ अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज नहीं खेल सके थे.
मगर अब उनके इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में खेलने की उम्मीद जताई जा रही है. सीरीज का पहला मुकाबला 25 जनवरी से हैदराबाद में खेला जाएगा. हालांकि शमी ने अब तक गेंदबाजी शुरू नहीं की है. मगर उन्होंने कहा कि वो सीरीज के लिए फिट होने की कोशिश कर रहे हैं.
अर्जुन अवॉर्ड पर शमी ने कही ये बात
शमी को अपने खेल में शानदार प्रदर्शन के लिए मंगलवार को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. इस पर तेज गेंदबाज शमी ने कहा, यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है. मैं अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता. मैं अपने खेल से प्यार करता हूं और मैं हमेशा ही अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं.'
अमरोहा एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शमी ने अपने परिवार को सपोर्ट के लिए धन्यवाद भी दिया. शमी ने कहा, 'जिस तरह से मेरे परिवार ने मेरा सपोर्ट किया है, वो भी शानदार है और उसे भी मैं बयां नहीं कर सकता. अमरोहा से भारतीय क्रिकेट टीम तक का मेरा जो सफर रहा है, उसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता.'
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेंगे शमी?
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनके खेलने की संभावनाओं को लेकर सवाल किया गया. इस पर शमी ने कहा, 'मैं इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उपलब्ध रहने की पूरी कोशिश कर रहा हूं. टेस्ट फॉर्मेट काफी लंबा होता है, ऐसे में आप किसी भी संदेह में नहीं रहना चाहेंगे. '
टी20 वर्ल्ड कप पर क्या बोले तेज गेंदबाज
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में खेलने को लेकर सवाल किया गया. तब शमी ने कहा, 'जब भी टी20 फॉर्मेट की बात आती है, तो कई बार मुझे समझ नहीं आता है कि मैं इस सीन में हूं भी या नहीं. मगर मेरा मानना है कि वर्ल्ड कप से पहले IPL भी खेला जाना है. ऐसे में यह मेरे लिए सबसे अच्छा मौका भी रहने वाला है. यदि मैनेजमेंट खेलने के लिए कहेगा तो मैं उसके लिए तैयार रहूंगा.'
टखने की चोट से उबर रहे भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी अभी बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं. शमी हाल ही में हुई साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी नहीं खेले थे. इसका कारण ये भी था कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की मेडिकल टीम द्वारा मंजूरी नहीं मिली थी.