उमरिया
बाघों के लिए विश्व में अलग स्थान रखने वाले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पहली बार बर्ड सर्वे हुआ। टाइगर रिजर्व में उल्लू और गिद्ध की कई प्रजातियों के साथ 248 प्रजातियों के पक्षी मिले। दो दिवसीय बर्ड सर्वे में 13 राज्यों से 85 पक्षी विशेषज्ञ बांधवगढ टाइगर रिजर्व पहुंचे थे। टाइगर रिजर्व में 44 स्थानों पर सर्वे का कार्य हुआ। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के नौ परिक्षेत्रों के अलग अलग कैंपों में पक्षी विशेषज्ञों की टीम पहुंची और सर्वे का कार्य किया।
नौ परिक्षेत्रों में 248 प्रजातियों के पक्षी मिले
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर और बफर परिक्षेत्रों में दो दिवसीय सर्वे के बाद सात जनवरी को सर्वे कार्य का समापन हुआ। जिसके बाद आंकलन में 248 प्रजातियों के पक्षी मिले। इसमें उल्लू और गिद्ध की कई प्रजातियां भी मिली। सभी पक्षियों का डाटा ई-बर्ड एप में फीड किया गया है। जिसका आकलन किया जाएगा। प्रजातियों में अभी और इजाफा हो सकता है।
पहली बार देखने को मिले पक्षी
बर्ड सर्वे में कुछ पक्षियों की प्रजाति पहली बार देखी गई है। जिसमें लाल गर्दन वाला ग्रीब पक्षी, व्हाइट-कैप्ड बंटिंग, लॉंग टेल्ड मिनिवेट, ब्लू बीयर्ड बी ईटर, ग्रे बुशचैट, हर्ट स्पोटेड वुडपैकर, बैंडेड बे कुकू, ब्लैक विंग कुकू श्रिंक के अलावा उल्लू और गिद्ध की भी विभिन्न प्रजाति दिखाई दी।
बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के उप संचालक पी के वर्मा ने बताया कि सर्वे में टीम को पार्क के अलग अलग स्थान पर भेजा गया। इस तरह के सर्वे से विभाग को डेटा इकट्ठा करने में मदद मिलती है। सभी टीम को 2 दिन सुबह और शाम को अपनी बीट में पक्षियों की गणना और सम्पूर्ण डाटा को अंकित करना था, अभी तक जो आंकड़े आए है, उसके अनुसार 248 पक्षियों की अलग अलग प्रजाति देखी गई है।