चंडीगढ़
हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव अपने-अपने पूर्व निर्धारित समय पर होने की संभावना है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही थी कि लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इन चर्चाओं के आधार पर प्रदेश के सभी राजनीतिक दल लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव होने की रणनीति पर आगे बढ़ रहे थे। लेकिन भाजपा के प्रदेश नेतृत्व को पार्टी हाईकमान तथा केंद्रीय चुनाव आयोग से ऐसा कोई इशारा अभी तक नहीं मिला, जिस कारण संभावना जताई जा रही है कि राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव नहीं होने जा रहे हैं।
अक्टूबर 2024 में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पूरा
छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत के बाद ही कयास लगाए जाने लगे थे कि हरियाणा विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि अक्टूबर 2024 में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है, जबकि लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में यदि छह माह का अंतर हो तो केंद्रीय चुनाव आयोग को एक साथ चुनाव कराने का अधिकार होता है। इसी संभावना के आधार पर सभी राजनीतिक दलों ने राज्य में अपनी तैयारी आरंभ कर रखी थी।
हरियाणा यूनिट को एक साथ चुनाव कराने का नहीं मिला कोई संकेत
लेकिन केंद्रीय चुनाव आयोग तथा भाजपा हाईकमान की ओर से हरियाणा की यूनिट को ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया कि राज्य में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। लिहाजा भाजपा अब पहले लोकसभा और उसके बाद विधानसभा चुनाव होने की स्थिति के हिसाब से अपनी नई रणनीति बनाने में जुट गई है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा(Baijayant Panda) हाल ही में हरियाणा के दौरे पर आए थे। जेपी नड्डा ने पंचकूला में रोड शो कर राज्य में लोकसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया है। भाजपा की प्रदेश कोर ग्रुप और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में जेपी नड्डा और बैजयंत पांडा ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।
जेपी नड्डा ने पार्टी पदाधिकारियों से कही थी ये बात
कुछ पार्टी पदाधिकारियों ने इस संबंध में जेपी नड्डा(JP Nadda) से स्थिति भी साफ करने का अनुरोध किया, जिसके बाद नड्डा ने कहा कि फिलहाल आप लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटें और राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों को जिताने पर फोकस करें, ताकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार देश की बागडोर सौंपी जा सके। प्रदेश कोर ग्रुप और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपनी पूरी टीम के साथ शामिल हुए। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भाजपा की हरियाणा यूनिट को निर्देश दिए हैं कि लोकसभा वार पार्टी कार्यालय खोलने की तैयारी की जाए, जिसके बाद अब पार्टी इस दिशा में तेजी के साथ आगे बढ़ रही है।