सिग्नेचर ग्लोबल की तीसरी तिमाही की बिक्री बुकिंग 47 प्रतिशत बढ़कर 1,263 करोड़ रुपये पर
नई दिल्ली
रियल एस्टेट कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल की बिक्री बुकिंग चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 47 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,262.73 करोड़ रुपये रही है। आवास क्षेत्र में मजबूत मांग से कंपनी की बिक्री बुकिंग बढ़ी है। एक साल पहले समान अवधि में कंपनी की बिक्री बुकिंग 856.77 करोड़ रुपये थी।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर अवधि में उसने 1,179 आवासीय इकाइयां बेची हैं, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 1,089 इकाई का था। मात्रा के लिहाज से देखा जाए, तो तीसरी तिमाही में कंपनी की बिक्री बुकिंग बढ़कर 13.1 लाख वर्ग फुट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 11 लाख वर्ग फुट थी।
अप्रैल-दिसंबर, 2023-24 में सिग्नेचर ग्लोबल की बिक्री बुकिंग 41 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,124.12 करोड़ रुपये रही है, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 2,209.78 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष के पहले नौ माह में कंपनी ने कुल 3,135 आवासीय इकाइयां बेचीं। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 3,113 इकाई का था।
डीएलएफ ने गुरुग्राम की नई परियोजना में तीन दिन में 7,200 करोड़ रुपये के 1,113 लक्जरी फ्लैट बेचे
नई दिल्ली
रियल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ ने आवासीय संपत्तियों की मजबूत मांग के बीच गुरुग्राम में अपनी परियोजना की पेशकश से पहले (प्री-लॉन्च) तीन दिन में 7,200 करोड़ रुपये में 1,113 लक्जरी अपार्टमेंट बेचे हैं।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि गुरुग्राम में उसने अपनी नई लक्जरी आवासीय परियोजना 'डीएलएफ प्रिवाना साउथ' को औपचारिक रूप से पेश करने से पहले इसमें 7,200 करोड़ रुपये के फ्लैट बेचे हैं। पिछले साल मार्च में डीएलएफ ने तीन दिन में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक में 1,137 लक्जरी फ्लैट बेचे थे। इनकी कीमत सात करोड़ रुपये और उससे अधिक थी।
अब डीएलएफ ने नई परियोजना 'डीएलएफ प्रिवाना साउथ' पेश की है, जो गुरुग्राम के सेक्टर 76 और 77 में 25 एकड़ में फैली हुई है। डीएलएफ ने कहा कि इस परियोजना को पेश करने से पहले के चरण में ही 72 घंटे में सारे अपार्टमेंट बिक गए हैं। इस परियोजना में सात टावर में 1,113 लक्जरी आवास शामिल होंगे। इनमें चार बीएचके अपार्टमेंट और पेंटहाउस हैं।
ओएनजीसी ने कृष्णा गोदावरी बेसिन में गहरे समुद्र की परियोजना से अंतत: तेल उत्पादन शुरू किया
नई दिल्ली
सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) ने बंगाल की खाड़ी में कृष्णा गोदावरी बेसिन में अपनी बहुप्रतीक्षित प्रमुख गहरे समुद्र परियोजना से तेल उत्पादन शुरू कर दिया है।
कंपनी को अपनी इस प्रमुख परियोजना से उत्पादन शुरू करने में काफी देरी हुई है। कंपनी ने कहा कि इससे उसे बरसों के उत्पादन में गिरावट के रुख को पलटने में मदद मिलेगी। ओएनजीसी ने केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 ब्लॉक में क्लस्टर-2 परियोजना से उत्पादन शुरू कर दिया है। कंपनी धीरे-धीरे यहां से उत्पादन बढ़ाएगी।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ''जटिल और कठिन ब्लॉक से पहला तेल उत्पादन शुरू हो गया है।'' उन्होंने मौजूदा उत्पादन के बारे में कोई संकेत न देते हुए कहा कि कच्चा तेल उत्पादन प्रतिदिन 45,000 बैरल और गैस उत्पादन एक करोड़ घनमीटर प्रतिदिन रहने की उम्मीद है। क्लस्टर-2 तेल का उत्पादन नवंबर, 2021 तक शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन कोविड महामारी के कारण इसमें देरी हुई।
ओएनजीसी ने समुद्र के नीचे से तेल का उत्पादन शुरू करने के लिए फ्लोटिंग जहाज आर्मडा स्टर्लिंग-वी किराये पर लिया है। इसका 70 प्रतिशत स्वामित्व शापूरजी पालोनजी ऑयल एंड गैस के पास और 30 प्रतिशत मलेशिया की बुमी आर्मडा के पास है। ओएनजीसी ने क्लस्टर-2 तेल की पहली समयसीमा मई, 2023 निर्धारित की थी। इसे बाद में बढ़ाकर अगस्त, 2023, सितंबर 2023, अक्टूबर, 2023 और अंत में दिसंबर, 2023 किया गया था।