साहू ने विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की
कोरबा । कलेक्टर रानू साहू ने आज कलेक्टोरेट में सभी विभाग प्रमुखों के साथ समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। राज्य शासन के आदेश के बाद दो अगस्त से स्कूलों के शुरू होने को देखते हुए कलेक्टर ने जिले के सभी स्कूलों को विद्यार्थियों के लिए तैयार करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। साहू ने जरूरत के अनुसार स्कूलों की साफ-सफाई, फर्नीचर आदि की व्यवस्था के साथ-साथ छोटे-मोटे मरम्मत के काम भी दो अगस्त के पहले करवा लेने के निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने स्कूल मरम्मत के बड़े कामों के लिए ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को तकनीकी निरीक्षण कर प्राक्कलन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी शासकीय स्कूलों को एकरूपता के आधार पर एक समान रंग संयोजन से पोताई कराने के लिए भी कहा। उन्होंने स्कूलों में कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, शिक्षकों के कक्ष, शौचालय आदि की स्पष्ट पहचान के लिए आकर्षक साइनेज भी लगवाने के निर्देश दिए। समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में जिला पंचायत के सीईओ कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त कुलदीप शर्मा, वनमण्डलाधिकारी कोरबा प्रियंका पाण्डेय, वनमण्डलाधिकारी कटघोरा शमा फारूखी, डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन, बी. आर. ठाकुर, नंद पाण्डेय, एसडीएम कोरबा सुनील नायक, एसडीएम कटघोरा सूर्य किरण तिवारी, एसडीएम पोड़ी उपरोड़ा संजय मरकाम, जनपद पंचायतों के सीईओ सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार दो अगस्त से स्कूल खुलने के पहले पढ़ाई संबंधी सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए। शासन के निर्देशों का पालन करते हुए ही स्कूल संचालित किए जाएं। सभी विद्यालयों में कक्षा पहली से पांचवी तथा आठवीं की कक्षाएं शुरू करने के बारे में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ग्राम पंचायत और स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा जरूर ली जाए। कलेक्टर ने शहरी क्षेत्रों में वार्ड पार्षद और स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा पर ही कक्षाएं शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने क्षेत्रवार पिछले सात दिनों में कोरोना की पाॅजिटिविटी दर एक प्रतिशत से कम होने संबंधी जानकारी भी स्कूल शिक्षा विभाग को देने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि विद्यार्थियों को कक्षाओं में एक दिन के अंतराल पर बुलाया जाएगा। किसी भी विद्यार्थी को सर्दी, खांसी, बुखार आदि होने पर उसे कक्षा में नहीं बैठाया जाए। साहू ने पहले की तरह ही ऑनलाइन कक्षाएं भी संचालित करते रहने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों के संचालन के दौरान केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोरोना संक्रमण से बचाव के निर्देशों का
पूर्णतः पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने दसवीं तथा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए छात्रावासों में भी समुचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त एस. के. वाहने को दिए। उन्होंने सभी आश्रम-छात्रावासों की साफ-सफाई, उनमें पलंग-बिस्तर, फर्नीचर, पेयजल आदि की व्यवस्था भी समय पर सुनिश्चित करने के लिए कहा। कलेक्टर ने कोरोना काल के दौरान कोविड सेंटरों के रूप में उपयोग किए गए हाॅस्टल और आश्रमों को जल्द से जल्द खाली करने और सेनेटाइज कराकर सभी जरूरी व्यवस्थाएं विद्यार्थियों के हिसाब से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
हाथी प्रभावित परिवारों को जल्द मिलेगी क्षतिपूर्ति, कलेक्टर ने तेजी से प्रकरणों के निपटारे के दिए निर्देश- कलेक्टर रानू साहू ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में जिले में हाथियों से होने वाले नुकसान और इन प्रकरणों में प्रभावितों को मिलने वाली क्षतिपूर्ति-मुआवजा की भी विस्तृत जानकारी वनमण्डलाधिकारियों से ली। कलेक्टर ने हाथियों के कारण होने वाले जान-माल के नुकसान के लिए सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्डों पर क्षतिपूर्ति राशि जल्द से जल्द प्रभावितों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने समय सीमा की बैठक के दौरान विशेषकर कटघोरा और पसान क्षेत्र में हाथियों के आतंक के बारे में विस्तृत जानकारी अधिकारियों से ली। कटघोरा वनमण्डल की डीएफओ श्रीमती शमा फारूखी ने बताया कि मार्च महीने तक हाथियों से हुए नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति प्रकरणों का निपटारा कर दिया गया है। पिछले दो-तीन महीनों में लगभग 13 लाख रूपए के ऐसे प्रकरण लंबित हैं। वित्त विभाग के सर्वर मे तकनीकी त्रुटि होने के कारण इन प्रकरणों के लिए वन विभाग द्वारा राशि उपलब्ध कराने में देरी हो रही है। श्रीमती फारूखी ने राशि प्राप्त होते ही प्रकरणों का निपटारा कर प्रभावितों को क्षतिपूर्ति उपलब्ध कराने का आश्वासन बैठक में दिया।
अगले तीन दिनों में कराएं बच्चों के वजन की डाटा एंट्री, कलेक्टर के निर्देश – समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की काम काज की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने अगले तीन दिनों में वजन त्यौहार के दौरान लिए गए बच्चों के वजन की प्रादेशिक आॅनलाइन पोर्टल में डाटा एंट्री कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने पोर्टल में बच्चों के वजन की एंट्री के दौरान खास सावधानी रखने के निर्देश भी दिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद किस्पोट्टा ने बताया कि वजन त्यौहार के दौरान कोरबा जिले में लगभग एक लाख आठ हजार बच्चों का वजन लिया गया है। प्रारंभिक विश्लेषण पर जिले में कुपोषण दर में कमी परिलक्षित हो रही है। कलेक्टर रानू साहू ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन के लिए भी जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों की अच्छी तरह से साफ-सफाई कराकर ही बच्चों को गर्म भोजन के लिए बुलाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बच्चों को गर्म भोजन कराने के दौरान ही कविताओं, गानों और अन्य दूसरी विधियों से अक्षर ज्ञान तथा दूसरी गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश भी दिए। साहू ने समय-समय पर रेडी-टु-इट पूरक पोषण आहार की गुणवत्ता जांच के लिए भी जिला कार्यक्रम अधिकारी को कहा।