नई दिल्ली
इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग से पहले घटक दलों के बीच आपसी दरार के संकेत मिले लगे हैं। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सेवा करने में व्यस्त हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ममता कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं चाहती थीं। अधीर ने दावा किया है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में अपने दम पर लड़ सकती है।
उन्होंने कहा, "हमने भीख नहीं मांगी है। ममता बनर्जी ने खुद कहा कि वह गठबंधन चाहती हैं। हमें ममता बनर्जी की दया की जरूरत नहीं है। हम अपने दम पर चुनाव लड़ सकते हैं। ममता बनर्जी वास्तव में गठबंधन नहीं चाहतीं क्योंकि वह पीएम मोदी की सेवा में व्यस्त हैं।" सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो सीटों की पेशकश के बारे में पूछा गया। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि टीएमसी का मानना है कि बंगाल में प्रमुख पार्टी को सीट-बंटवारे पर अंतिम फैसला लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।
टीएमसी ने इंडिया गठबंधन संयोजक के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अपनी पसंद को भी दोहराया है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि हालांकि पार्टी के पास बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ भी कहने के लिए नहीं है, लेकिन उनका मानना है कि विपक्षी गठबंधन के संयोजक के रूप में खड़गे का बेहतर प्रभाव होगा। सूत्रों ने कहा कि टीएमसी का यह भी मानना है कि दलित समुदाय से आने वाले खड़गे बेहतर विकल्प हैं क्योंकि वह 58 सीटों पर प्रभाव डाल सकते हैं।
दिसंबर में दिल्ली में आयोजित इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाना चाहिए। टीएमसी ने सीट-बंटवारे को 31 दिसंबर 2023 तक अंतिम रूप देने की मांग की थी। समय सीमा बीत चुकी है, लेकिन अभी तक सीट-बंटवारे पर आम सहमति पर नहीं पहुंच पाया है।