रायगढ़। सारंगढ़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत गुडेली में माइनिंग विभाग ने ताबड़तोड़ कार्यवाही की है। रायगढ़ से खनिज अधिकारी राकेश वर्मा और उमेश भार्गव अपने दल बल के साथ कार्यवाही करने निकले, उन्होंने गुडेली में चार गाड़ियों पर कार्यवाही की। उसके बाद क्रेशरों का निरीक्षण किया गया। जिसमें 7 क्रेशरों में व्यापक अनिमियता पाये जाने पर उन्होंने क्रेशरों को सील कर दिया। क्रेशरों की अनिमियतातो को लेकर प्रमुखता से मुद्दा उठाया गया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए क्रेशरों में दबिश दी गई। ऐसे में खनिज अधिकारी के मोबाइल घनघनाने शुरू हो गए। लेकिन खनिज अधिकारी राकेश वर्मा और उमेश भार्गव ने किसी की नहीं सुनी और क्रेशर को ताला जड़ दिया। मतलब क्रेशर को सील कर दिया गया। माइनिंग विभाग ने साबित कर दिया कि अगर अधिकारी अपने अधिकारों का उपयोग करने लग जाये तो पैसा, पावर, पहुंच, रसूख काम नहीं आते। माइनिंग विभाग ने क्रेशर संचालको से तीन दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने को कहा है। अन्यथा खनिज विभाग एफआईआर करने पर बाध्य होगा। क्रेशरों को सील कर जप्त वाहनों को बेरियर में खड़े करा दिये गये हैं। क्रेशरों के सील होते ही क्रेशर मालिकों में हड़कंप मच गया। कई क्रेशरों के मुंशी माइनिंग अधिकारियों को आते देख क्रेशर को ताला जड़कर भाग निकले। वहीं महालक्ष्मी क्रेशर (मंगल स्टोन), माँ शारदा मिनरल्स, मंगल स्टोन, महेश केडिया तथा अन्य क्रेशरों को नोटिस देकर तीन दिनों में जवाब मंगा गया है।
क्या कहते हैं खनिज अधिकारी ए.बारीक:-
खनिज अधिकारी ए बारीक ने बताया कि विभाग के खनिज इंस्पेक्टर द्वय उमेश भार्गव एवँ राकेश वर्मा को गुडेली क्रेशर निरीक्षण के लिए भेज गया था जहां क्रेशरों में अनिमियतता पाए जाने पर क्रेशरों को सील कर दिया गया है और तीन दिनो में जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
क्या कहते हैं खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव :-
खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव से ने बतलाया कि खनिज अधिकारी बी के चंद्राकर एवं सहायक खनिज अधिकारी ए बारीक के निर्देश पर गुडेली की ओर निरीक्षण करने रवाना हुए थे। इसी क्रम में 4 गाड़ियों पर कार्यवाही की गई है एवं सात क्रेशरों को भी सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि क्रेशर मालिकों को तीन दिन में जवाब प्रस्तुत करने का समय दिया गया गई। जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।