भोपाल/ग्वालियर
संभागों की सीमाएं ठीक करना हों या जिलों की सीमाएं ठीक करना हों या फिर थानों के क्षेत्रों को दुरुस्त करना हो, ये सब वे काम हैं जिनसे जनता का सीधा वास्ता पड़ता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री बनते ही इस काम को सबसे पहले हाथ में लिया है। इन सीमाओं को ठीक करने में उन्होेंने जन प्रतिनिधियों, जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर सांसद तक को शामिल करने का आदेश प्रशासन को दिया है। मुख्यमंत्री का अधिकारियों से साफ कहना है कि जनप्रतिनिधि की राय लेकर वे संभाग, जिले और थानों की सीमाएं दुरुस्त करें। जनप्रतिनिधियों के महत्व को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बढ़ाया है और उनकी सहभागिता विकास कार्यों से लेकर प्रशासनिक निर्णयों में भी प्रमुख की है।
हाल ही में थानों की सीमाएं ठीक करने के लिए समिति गठन के आदेश जो भोपाल से जारी हुए, उसमें जनप्रतिनिधियों की सहभागिता का स्पष्ट उल्लेख है। इससे साफ है कि वर्तमान मोहन सरकार में जनप्रतिनिधियों को तवज्जो ज्यादा मिलेगी। बुधवार को जबलपुर संभाग के दौरे पर भी इसकी झलक देखने को मिली। जबलपुर उत्तर से विधायक अभिलाष पांडे ने उनके विधानसभा क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आईटीआई से दीनदयाल चौक तक एक ब्रिज की मांग मंच से की। मुख्यमंत्री ने इसको तत्काल स्वीकृति देते हुए कहा कि हमारे विधायक यह मांग कर रहे हैं तो इसको तत्काल पूरा होना चाहिए और उन्होंने करीब 110 करोड़ की लागत से बनने वाले ओवर ब्रिज की घोषणा की।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज ग्वालियर संभाग में चल रहे विकास कार्यों की जमीनी स्तर पर समीक्षा करने वाले हैं। इस दौरान ग्वालियर के ट्रैफि क प्लान की बेहतरी के लिए ‘स्वर्ण रेखा’ पर बनाई जा रही ऐलीवेटेड रोड और अटल स्मारक की टाइमलाइन सहित विभिन्न विकास कार्यों पर उनका खास फोकस रह सकता है। आज अपरान्ह ग्वालियर दौरे पर पहुंच रहे सीएम डॉ. यादव लाल टिपारा गौशाला में विकास कार्यों का लोकार्पण और ग्वालियर व्यापार मेला का उद्घाटन करने के बाद चन्द्रबदनी नाका के समीप स्थित राजस्व भवन के सभागार में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर ग्वालियर संभाग की कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इसी क्रम में यहीं पर संभागीय समीक्षा बैठक में पूरे अंचल में गतिशील विकास कार्यों की समीक्षा भी करेंगे। इस बैठक को लेकर ग्वालियर सहित संभाग भर के आला अफसरों को तलब किया गया है। बैठक की तैयारियों के सिलसिले में ग्वालियर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने कल सभी महकमों के अधिकारियों की बैठक लेते हुए हर प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति और शेष बचे कार्य सहित उनके पूरे होने की टाइमलाइन पर पीपीटी बनाने में लगा दिया। सीएम की इस पहली बैठक की तैयारियों के सिलसिले में पूरा प्रशासनिक अमला आॅफिस में फाइलें खंगालने के साथ-साथ मैदानी मशक्कत में जुटा हुआ है।
नीडम आरओबी जल्द शुरु करने पर फोकस
दूसरी बार ग्वालियर आ रहे सीएम यादव राजस्व भवन के सभागार में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेने पहुंचेंगे। इसी के सामने से विवेकानंद नीडम आरओबी शुरु होता है, जिसका काम लंबे समय से लंबित है। ऐसे में सीएम अंचल के विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान इसको जल्द पूरा करने के निर्देश भी दे सकते हैं, ताकि लोगों को इसका लाभ मिलने लगे। साथ ही वह अटल स्मारक प्रोजेक्ट की भी समीक्षा कर सकते हैं। बता दें कि विगत 25 दिसंबर को पहली बार ग्वालियर दौरे पर रहने के दौरान ही सीएम डॉ. यादव ने इसका शिलान्यास किया था।