मुंगेली/मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र के शिवाजी वार्ड(जो वर्तमान में अभी परमहंस वार्ड) में बिना नाली निर्माण कराए 13 लाख रुपयों का आहरण कर लिया गया था, जिसके उजागर होने के बाद नगर पालिका के पार्षदों और जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर से इस मामले की शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की गई थी जिसके बाद जिले के कलेक्टर अजीत वसंत द्वारा इस मामले में जांच हेतु SDM नवीन भगत के नेतृत्व में एक टीम गठित की, साथ ही कलेक्टर ने जल्द जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने निर्देश दिए थे जिसके फलस्वरूप SDM एवं टीम में शामिल अधिकारियों के द्वारा कागजों में किये गए नाली निर्माण मामले के जाँच करने मौके पर पहुंचे और टीम द्वारा वार्डवासियों से इस मामले को लेकर जानकारी लिए जिसमे प्रथमदृष्टया मामले में किये गए शिकायत सही पाया गया साथ ही जांच ये बात भी स्पष्ट हो गया कि बिना नाली निर्माण के ठेकेदार को 13 लाख का जो भुगतान किया गया था, वो नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर एवं तत्कालीन CMO विकास पाटले के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी हुआ था,जिसके तहत SDM ने जांच रिपोर्ट तैयार कर जिले के कलेक्टर को सौंप दिया, वही जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कलेक्टर ने मामले में दोषी नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर, तत्कालीन CMO विकास पाटले, इंजीनियर जेओस तिग्गा, तत्कालीन राजस्व निरीक्षक सियाराम साहू, लेखपाल आनंद निषाद एवं सौफ़िया कंट्रक्शन के ठेकेदार को नोटिस जारी कर 7 दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का समय दिया गया था लेकिन मामले से सम्बंधित लोगों ने जो जवाब कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया वह संतोषजनक नही होने पर जिले के कलेक्टर के द्वारा इस मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए 20 जुलाई 2021 को नगर पालिका CMO के नाम आदेश जारी करते हुए नाली निर्माण में फर्जीवाड़ा एवं भ्रष्टाचार करने वाले सभी दोषियों के खिलाफ FIR करवाने के स्पष्ट निर्देश दिए थे।
पूरे मामले में कलेक्टर के आदेश के बाद आखिरकार 5 दिनों बाद आज मुंगेली नपा के मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनीष वारे ने सिटी कोतवाली जाकर एफआईआर दर्ज करवाया, जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने उक्त मामले में अपराध क्रमांक 372/21 भादवि की धारा 420, 34 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया हैं। सूत्रों के हवाले से खबर हैं कि कोतवाली थाने में मामला दर्ज होने के पहले ही नाली भ्रष्टाचार में संलिप्त आरोपीगण फरार हो गए है। विधि विशेषज्ञों की माने तो इस मामले में और भी धाराएं जुड़ना शेष हैं।