सरगुजा से चंद्रशेखर गुप्ता की रिपोर्ट
अम्बिकापुर। दो दिवसीय सरगुजा प्रवास के दूसरे दिन एनएसयूआई राष्ट्रीय चेयरमैन (सोशल मीडिया) आदित्य भगत ने केंद्र की भाजपा सरकार पर महंगाई के मुद्दे पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा कि जिस तरह ढोल ताशे के साथ विकास के मुद्दे पर भाजपा सरकार में आई हालात उसके विपरीत हैं। देश का विकास नहीं हो रहा है बल्कि देश पीछे जा रहा है। सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज लोगों की सैलरी पहले जैसे है लेकिन पेट्रोल-डीज़ल के दाम आसमान छू रहे हैं।
साथ ही उन्होंने इस प्रेसवार्ता में मोदी सरकार के छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति सौतेले व्यवहार के प्रति भी अपना विरोध जताया। उन्होंने खाद्यान्न आबंटन और जीएसटी में राज्यों के हिस्से को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल ‘स्वामी आत्मानंद अंग्रेज़ी माध्यम’ स्कूलों के लिये उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की।
“मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो आत्मानंद अंग्रेज़ी माध्यम स्कूलों की शुरूआत की उसके लिये मैं उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। पहले छात्र अंग्रेज़ी माध्यम में पढ़ाई के लिये कॉन्वेंट और महँगे पब्लिक स्कूलों की तरफ जाते थे। अब उन्हें बहुत अच्छा विकल्प स्वामी आत्मानंद अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल के रूप में मिला है”
आदित्य भगत ने छात्रों के लिये वैक्सीन राहत पैकेज, सरगुजा की प्रगति सहित अनेक मुद्दों पर अपनी राय बेबाकी से रखी। इस दौरान युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष(मीडिया विभाग) निखिल द्विवेदी और एनएसयूआई प्रदेश सचिव नीतिश ताम्रकार उनके साथ थे।
प्रेसवार्ता के बाद उन्होंने आज अम्बिकापुर में महामाया मंदिर में दर्शन कर अपना कार्यक्रम आगे बढ़ाया और बतौली में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। इसी दौरान सिलसिला में किसानों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। इस संबंध में उन्होंने कहा
“हम जो अनाज खाते हैं उसमें खेतों की मिट्टी की खुश्बू के साथ किसानों की मेहनत का स्वाद भी होता है। व्यापारियों का कब्ज़ा खेतों में हो गया तो हम इस स्वाद से और किसान अपनी परंपरा से दूर हो जाएंगे”
इसे बाद बतौली में बुलेट रैली करते हुए प्रवेश किया और महँगाई के मुद्दों पर एक बार फिर यहाँ लोगों को संबोधित किया। अपने पूरे प्रवास के दौरान आदित्य भगत ने मंगरेलगढ़िन माई के दर्शन किये तथा सीतापुर, मैनपाट में अलग-अलग कार्यक्रमों में लोगों को संबोधित किया।
इस दौरान उनक मुख्य फोकस सामयिक मुद्दों जैसे छात्रों के लिये वैक्सीनेशन, बेतहाशा बढ़ती महँगाई और केंद्र सरकार की नाकामी से गिरती अर्थव्यवस्था व रोजगार पर रहा।