Home देश सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, हथियार बरामद

सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, हथियार बरामद

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जम्मू । जम्मू-कश्मीर में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही है। दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है। हालांकि दोनों की अभी शिनाख्त नहीं हुई है। फिलहाल ऑपरेशन जारी है।
सूत्रों ने बताया कि बांदीपोरा के सोकबाबा वन क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना मिलने पर बांदीपोरा पुलिस, सेना की 13 व 14 आरआर (राष्ट्रीय राइफल्स) और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने तलाशी अभियान चलाया। घेरा सख्त होता देख आतंकियों ने फायरिंग शुरु कर दी।
इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला। साथ ही आतंकियों को आत्मसमर्पण का मौका भी दिया, लेकिन आतंकी गोलियां बरसाते रहे। परिणामस्वरूप दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया। एक अधिकारी ने आगे कहा कि आज सुबह जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध स्थान की ओर बढ़ रहे थे, छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चला दीं जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई।
इससे पहले शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के सोपोर में रात भर चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर के कमांडर समेत दो आतंकियों को मार गिराया। इनके पास से दो एके 56 राइफल, चार मैगजीन, 136 कारतूस व दो बैग बरामद हुए हैं। दोनों आतंकी स्थानीय थे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस को वीरवार को सोपोर के वारपोरा में गुरुवार देर रात आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसके आधार पर सोपोर पुलिस, एसओजी और सेना की 22 राष्ट्रीय राइफल्स व सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया। घर-घर तलाशी के दौरान एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों ने कई बार आतंकियों को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया, लेकिन दहशतगर्द नहीं माने और जवानों पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में लश्कर कमांडर समेत दो आतंकियों को मार गिराया गया। मारे गए आतंकियों की शिनाख्त वारपोरा के फयाज अहमद वार उर्फ उमर और चेरपोरा बडगाम के शाहीन अहमद मीर उर्फ शाहीन मौलवी के तौर पर हुई है।
दोनों आतंकी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके थे। फय्याज लश्कर का कमांडर था और उसका लंबा-चौड़ा आपराधिक रिकॉर्ड है। वो 2008 में आतंकवाद में शामिल हुआ था। हालांकि, उसने हथियार समेत सरेंडर भी किया था, लेकिन रिहा होने के बाद वो हिजबुल के साथ काम करने लगा और एक बार फिर से उसे पीएसए के तहत गिरफ्तार किया गया। मार्च 2020 में रिलीज होने के बाद वो लश्कर में शामिल हुआ।