Home छत्तीसगढ़ सुनयना व रेश्मा आउट ऑफ टर्न प्रमोशन लेने वाली पहली महिला कमांडो

सुनयना व रेश्मा आउट ऑफ टर्न प्रमोशन लेने वाली पहली महिला कमांडो

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दंतेवाड़ा
छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh) में नक्सलियों को ढेर करने वाले पुरुष जवानों की खबरें तो आपने पढ़ीं और सुनीं होंगी, लेकिन साल 2023 में पहली बार दो महिला आरक्षकों को भी आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन मिला. इन दोनों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा  (Dantewada) में इनामी नक्सलियों को मार गिराया था. दावा है नक्सलियों का एनकाउंटर करने वाली ये प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश की पहली महिला कमांडों हैं.
जंगल में घुसकर किया था नक्सलियों का सफाया

दरअसल, दंतेवाड़ा जिले में कटेकल्याण के गादम और जंगमपाल के जंगल में नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके बाद दंतेवाड़ा से डीआरजी (DRG) की महिला और पुरुष जवानों की टीम को रवाना किया गया था. जैसे ही टीम नक्सलियों के ठिकाने तक पहुंची, गोलीबारी हो गई. जवानों ने भी मोर्चा संभाला. इस दौरान (DRG) डीआरजी टीम की महिला कमांडों सुनैना पटेल (Sunaina Patel) ने खूंखार इनामी नक्सली हूंगा वट्टी को मार गिराया था. नक्सली को ढेर करने वाली जगह पर महिला टीम में सुनैना अकेली ही थी. सुनैना की इसी जांबाज कार्रवाई के लिए उन्हें उट ऑफ़ टर्न  प्रमोशन (Out of turn promotion) के लिए उनका भी नाम पुलिस मुख्यालय भेजा गया था. पूरी जांच पड़ताल के बाद साल 2023 में उसे आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला और हेड कांस्टेबल बन गई. दंतेश्वरी फाइटर्स की महिला कमांडों सुनैना तब भी सुर्ख़ियों में थीं, जब वह 6 महीने की गर्भवती होने के बाद भी नक्सल ऑपरेशन के लिए टीम के साथ जंगलों में निकलती थीं. जांबाजी के लिए उसे सम्मान भी मिला है.

रेशमा कश्यप

 इनामी नक्सली को ढेर कर आउट ऑफ़ टर्न पाने वाली दूसरी महिला कमांडो हैं रेशमा कश्यप.  डीआरजी टीम की महिला आरक्षक रेशमा ने पालनार इलाके में हुए एनकाउंटर में एक नक्सली को मार गिराया था. उनकी इस बहादुरी  के लिए साल 2023 को आउट ऑफ टर्न में प्रमोशन मिला था.

दंतेवाड़ा में पहली महिला डीआरजी दंतेश्वरी फाइटर्स

नक्सलियों से लोहा लेने के लिए दंतेवाड़ा में पहली महिला डीआरजी (दंतेश्वरी फाइटर्स ) का गठन साल 2019 को हुआ था. पुलिस विभाग की 30 महिला कमांडो को इसमें शामिल कर शुरुआत की गई थी. पुरुष जवानों की टीम के साथ ये भी नक्सलियों से लोहा लेने जंगल में निकलती हैं.अब इस टीम में संख्या बढ़कर 97 हो गई है. ये सभी महिलाएं , पुरुष जवानों की टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नक्सलियों से लोहा लेने के लिए निकलती हैं. नक्सलियों से लोहा लेने वाली ये छत्तीसगढ़ की पहली महिला कमांडों की टीम है.

जांबाजी के साथ काम कर रही हैं

इधर, बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने एनडीटीवी को बताया कि नक्सल मोर्चे पर तैनात डीआरजी (District reserve guard) महिला कमांडों की टीम भी जांबाजी के साथ काम कर रही हैं. दो महिलाओं ने नक्सलियों का एनकाउंटर किया था. जिन्हें इस साल आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन मिला है. नक्सलियों को ढेर कर आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन लेने वाली ये पहली महिला कमांडों हैं.

ये भी बनीं इस साल की न्यूज मेकर

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के पतोरा गांव की सरपंच अंजिता गोपेश साहू को वेस्ट वाटर मैनेजमेंट के लिए स्वच्छ सुजल सम्मान से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान उन्हें केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिया था . इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी मौजूद थीं. अंजिता ने अपने गांव गांव में सोख्ता गड्ढा बनाए. फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किया है. इसके माध्यम से 50 गांवों तक स्लज ट्रीटमेंट की व्यवस्था की गई है.  इससे पंचायत को अच्छी आय भी हुई है. इसके लिए उन्हें इस साल सम्मान मिला था.

अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली प्रदेश की पहली महिला आईपीएस बनी  

छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले की एसपी IPS भावना गुप्ता को साल 2023 में इंटरनेशनल आईएसीपी अवार्ड से सम्मानित किया गया. अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय संस्था इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ्स ऑफ पुलिस (आईएसीपी) ने इस अवार्ड के लिए दुनिया भर के 40 पुलिस अधिकारियों के नामों की घोषणा की थी. अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली प्रदेश की पहली महिला आईपीएस अफसर बनीं. ये साल 2014 बैच की आईपीएस अफसर हैं.

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