रायपुर
आइएएस अफसर रहे ओ पी चौधरी अब मंत्री बन चुके हैं, छत्तीसगढ़ की राजनीति को लेकर यदि बात करें तो स्व.अजीत जोगी के बाद चौधरी दूसरे ऐसे आइएएस होंगे जिन्होने राजनीति में अलग पहचान स्थापित की है।
जैसे ही भाजपा में शामिल हुए खरसिया से टिकट मिल गई चुनाव लड़े और हार गए लेकिन मन से हार नहीं मानी और नए सिरे से डटकर राजनीति की बिसात पर आगे बढ़े पांच साल संगठन में जमकर काम किया,आम लोगों के बीच पहुंच बनाई,अब रायगढ से चुनाव जीतने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री बन गए। हालांकि 13 साल का प्रशासनिक अनुभव रहा है लेकिन अब वे मान रहे हैं कि प्रशासनिक बंधनों से मुक्ति का अहसास कर रहे हैं। मंत्री बनने के बाद छत्तीसगढ़ के लिए वह काम कर सकेंगे जो कि अफसर रहते हुए नहीं कर पाए।
चौधरी ने कहा कि वह चाणक्य के उस कथन से प्रभावित होकर राजनीति में आए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि अच्छे लोगों के राजनीति में भाग नहीं लेने से पहला दुष्परिणाम ये होता है कि बुरे लोग अच्छे लोगों पर शासन करते हैं। इसलिए मैंने 13 साल के प्रशासनिक जीवन को छोड़ते हुए इस बड़ी चुनौती को स्वीकार किया और राजनीति में आया। उन्होंने कहा कि यह सच है कि आज राजनीति में अच्छे लोगों को आने की जरूरत है। हर कोई डाक्टर, इंजीनियर, वकील, आइएएस बनना चाहता है मगर लोकतंत्र की राजनीतिक व्यवस्था राजनीति में अच्छे लोगों की जरूरत है।
चौधरी का कहना है कि मोदी की गारंटी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। हम मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार में उनके दिशा-निर्देश के साथ प्रदेश में चल रहे माफिया राज को खत्म करेंगे। हालांकि पिछली कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के आर्थिक ढांचे को खोखला कर दिया है। अब बेहतर वित्तीय प्रबंधन के साथ छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे।