अंबिकापुर
छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद के पूर्व सदस्य व शहर के व्यवसायी सुरेश अग्रवाल ने बुधवार की सुबह घर पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बेहद करीबी सुरेश अग्रवाल के आत्महत्या का कारण सामने नहीं आ सका है। घर से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है।
अंबिकापुर के सदर रोड से लगे जूना गद्दी रोड निवासी सुरेश अग्रवाल (64) कांग्रेस से जुड़े हुए थे। बीच – बीच में भोर में पैदल टहलने के लिए वे घर से निकलते थे। बुधवार सुबह भी वे उठे। पत्नी को बोला कि वे मार्निंग वाक पर जा रहे है। सुबह परिवार के दूसरे सदस्य उठे तो देखा कि सुरेश अग्रवाल नहीं है।
उनका मोबाइल घर पर ही था। इससे बेटे मुकेश अग्रवाल को संदेह हुआ। पिता अक्सर मोबाइल साथ ले जाते थे। जब वे उनकी खोजबीन के लिए घर से निकलने की तैयारी में भूतल पर आए तो देखा कि सीलिंग फैन लगाने वाले हुक में सुरेश अग्रवाल की फांसी पर लाश लटक रही थी। तत्काल उन्हें नीचे उतार मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया गया। यहां जांच के बाद सुरेश अग्रवाल को मृत घोषित कर दिया गया।
उनके अचानक यह कदम उठा लेने से स्वजन व्यथित हैं। उन्हें जानने वाले विश्वास ही नहीं कर पा रहे हैं कि सुरेश अग्रवाल इतना बड़ा कदम उठा सकते हैं। घर से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है ऐसे में आत्महत्या के कारणों को लेकर भी अभी तक कोई जानकारी निकल कर सामने नहीं आई है। व्यवसायी सुरेश अग्रवाल, पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से भी जुड़े हुए थे।
पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन काल के दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ उपभोक्ता संरक्षण परिषद का सदस्य भी नियुक्त किया गया था। सुरेश अग्रवाल के मौत की खबर सुनकर पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मृतक के स्वजन से मुलाकात कर घटना को लेकर जानकारी भी ली। उन्होंने शोक संतप्त स्वजन को ढांढस भी बंधाया। उनके असामयिक मौत से स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है।