इंदौर। सरकार कोरोना की तीसरी लहर की बात तो कररही है लेकि न इसके लिए कोई खास इंतजाम अभी तक सरकार ने अस्पताल में नहीं किये हैं, हां इतना जरूर है कि वार्ड बनाकर अन्य मरीजों की परेशानी जरूर बढ़ा दी है। लेकिन जो जरूरी है उस पर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। अब स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है अगर स्कूल खुल जाने के बाद तीसरी लहर में अगर बच्चे चपेट में आए तो ई बच्चे मौत के आगोश में समा सकते हैं क्योंकि इलाज के कोई खास इतजाम अभी तक नहीं किए गए न ही डॉक्टरों से कोई राय ली जा रही है। सिर्फ जिला प्रशासन के अधिकारी और भोपाल में बैठे आला अधिकारी जो चाह रहे हैं वह कर रहे हैं अगर स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी की बात कर रहा है तो सिर्फ जनता को दिखावे के लिए, स्कूल भी खोले जाने की बात की जा रही है। मध्यप्रदेश का स्कूली शिक्षा विभाग है जो बच्चों को स्कूल बुलाने पर उतारू है। स्कूली शिक्षा विभाग के मंत्री इंदरसिंह परमार ने जुलाई में स्कूल खोलने की बात कही है। माना जा रहा है कि सीएम फिलहाल स्कूल खोलने पर रोक लगा सकते हैं। नवंबर में आ सकती है तीसरी लहर – वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर अगस्त से नवम्बर के बीच आ सकती है। इस चेतावनी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी व निजी अस्पतालों में स्पेशल बैड रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इंदौर ने तो 20 प्रतिशत तक बैड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दे दिए हैं। अब यदि स्कूल खोल दिए गए तो सरकारी स्कूलों की सबसे ज्यादा फजीहत होगी क्योंकि वहां कोरोना से बचाव के साधन कम हैं। बारिश के मौसम में कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जिनकी छतोंसे पानी रिसता है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना मुश्किल होगा क्योंकि क्लास में कितनी जगह पानी रिसेगा यह तो क्लास के दौरान ही पता चलेगा। टीचर्स क्लास में तो ध्यान भी रख लेंगे लेकिन स्कूल के दरवाजे पर या मैदान में जाकर छात्र जब खड़े होंगे तब कैसे कोरोना से बचाव किया जा सकेगा। एक बात यह भी बड़ी बात है। इसी तरह निजी स्कूलों में छात्रों की संख्या काफी ज्यादा होती है और कई स्कूल तो अपेक्षाकृत छोटे भी होते हैं। ऐसे में उन छात्रों को भी कोरोना से बचाव के लिए विशेष ध्यान रखना होगा। बताया जा रहा है कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इस संंबंध में कोई कदम उठा सकते हैं। संभव है वे स्कूल फिलहाल बंद रखने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात करेंगे।