रायपुर
छत्तीसगढ़ में नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) और दो उप-मुख्यमंत्रियों अरुण साव (Arun Sao) और विजय शर्मा (Vijay Sharma) को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित BJP के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। भव्य समारोह में राज्यपाल ने विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
शपथ लेते ही साय को राज्यपाल एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। मुख्यमंत्री देव साय ने शपथ लेते हुए मंच पर मौजूद नेताओं और अन्य लोगों के प्रति आभार जताया। वहीं दो उप-मुख्मयंत्री पद की अरुण साव और विजय शर्माअरुण साव और विजय शर्मा ने शपथ ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके आदिवासी नेता 59 वर्षीय साय को नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना।
अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं
बीजेपी सूत्रों ने बताया कि नई मंत्रिपरिषद में नए चेहरों और पुराने नेताओं का मिश्रण हो सकता है। नियम के मुताबिक, छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञ आर. कृष्ण दास ने कहा कि हाल के चुनाव में भाजपा से कई नए चेहरे चुने गए हैं, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि पुराने लोगों को मंत्रिमंडल में जगह पक्की करना मुश्किल हो सकता है। उन्होंने कहा कि पांच साल बाद छत्तीसगढ़ में सत्ता में लौटी बीजेपी को मंत्रियों को चुनते समय सामाजिक समीकरण को भी ध्यान में रखना होगा।
कौन हैं दोनों उपमुख्यमंत्री?
नए मंत्रिमंडल में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व मिल सकता है। प्रभावशाली साहू (तेली) ओबीसी समुदाय से आने वाले प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। वकील से नेता बने साव विवादों से दूर रहे हैं और उन्हें एक तटस्थ नेता के रूप में देखा जाता है, जो प्रदेश बीजेपी के किसी भी खेमे से नहीं आते हैं।
उन्होंने हाल के चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के थानेश्वर साहू से लोरमी विधानसभा पर 45,891 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। इसके अलावा दूसरे उप मुख्यमंत्री प्रदेश बीजेपी महामंत्री विजय शर्मा हैं, जिन्होंने कवर्धा निर्वाचन क्षेत्र में प्रभावशाली कांग्रेस नेता और मंत्री मोहम्मद अकबर को 39,592 वोटों से हराया है।
बृजमोहन अग्रवाल और अमर अग्रवाल (दोनों सामान्य वर्ग से), धरमलाल कौशिक और अजय चंद्राकर (ओबीसी), केदार कश्यप, विक्रम उसेंडी और रामविचार नेताम (अनुसूचित जनजाति), पुन्नूलाल मोहिले और दयालदास बघेल (अनुसूचित जाति) तथा राजेश मूणत (जैन समुदाय) का नाम साय मंत्रिमंडल में संभावित मंत्री के तौर पर चल रहा है।
इन नेताओं में धरमलाल कौशिक को छोड़कर अन्य लोग राज्य की पिछली BJP सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। राजनीतिक गलियारों में संभावित नए चेहरों के तौर पर IAS अधिकारी से नेता बने ओपी चौधरी, गजेंद्र यादव और भावना बोहरा के नाम की भी चर्चा है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को राज्य विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है।
महिला नेताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, पूर्व सांसद गोमती साय और पूर्व मंत्री लता उसेंडी का नाम चर्चा में है। ये तीनों आदिवासी समुदाय से हैं। दास ने कहा कि पिछली बीजेपी सरकारों (2003 से 2018 तक) के प्रत्येक कार्यकाल में एक महिला मंत्री होती थी, लेकिन इस बार यह संख्या बढ़ सकती है।
अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
वहीं, शपथ ग्रहण से पहले विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साय ने ट्वीट किया, ''छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता, हम सबके प्रेरणास्रोत श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा में माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की. भाजपा सरकार ने जिस ध्येय के साथ छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, उस ध्येय को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए सदैव संकल्पित रहूंगा.''
वहीं. शपथ ग्रहण से पहले वह अपनी मां से मिलने गए और उनका चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया. साय ने ट्वीट किया. आज शपथ ग्रहण से पूर्व अपनी माता जी के चरण स्पर्श कर उनसे छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करने का आशीर्वाद लिया. माँ मेरी प्रेरणास्रोत है, उन्होंने मुझे हमेशा जनसेवा के लिए प्रेरित किया है.'' मां जसमनी देवी ने आरती उतारी जबकि पत्नी ने कौशल्या देवी ने मिठाई खिलाकर पति को शपथ ग्रहण के लिए विदा किया.