कोरबा.
कई कारणों से विवादों में बने कोरकोमा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर पर फार्मासिस्ट के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। पीड़ित और एक महिला कर्मचारी ने मारपीट करने का दावा किया है। जबकि डॉक्टर इससे साफ इनकार कर रहे हैं। शिकायत प्राप्त होने पर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर मौके पर पहुंचे और आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने बताया कि तथ्यों के आधार पर इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
विकासखंड कोरबा के अंतर्गत कोरबा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है। जहां पर फार्मासिस्ट सखाराम पैकरा से टेबल हटाने की बात को लेकर डॉ. एमएल भारिया ने मारपीट की। फार्मासिस्ट सखाराम पैकरा ने बताया कि आयुष्मान विभाग में फार्मासिस्ट के पद पर पदस्थ है। आज सुबह जब ड्यूटी पर पहुंचे और उसके बाद डॉक्टर एमएल भारिया टेबल और कुर्सी को अंदर रखने के लिए कहा कि अकेले होने के कारण वह अंदर नहीं कर पाए। जब चपरासी अंदर आया उसके बाद अंदर करने जा ही रहा था इस दौरान पीछे से आकर उसे मार दिया और वह जमीन पर गिर गया। इस दौरान दोनों के बीच बातचीत बढ़ती गई और इसकी शिकायत उसने उच्च अधिकारियों को दी। अस्पताल की एक सफाई कर्मचारी ईशा राठिया ने बताया कि टेबल हटाने की बात पर विवाद के बाद यह घटना हुई। एमएल भारिया ने मारपीट की है। डॉ भारिया ने बताया कि शनिवार को कायाकल्प योजना की बैठक के बाद एक स्थान से टेबल हटाने के लिए उन्होंने सखाराम को कहा था। पहले उसने मना किया और बाद में विवाद शुरू कर दिया। पहले उसने हाथ उठाया और मैंने बचाव किया तभी वह गिर पड़ा। मैंने उससे कोई मारपीट नहीं की है।
स्वास्थ्य केंद्र में मारपीट होने की शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और मामले की जांच के लिए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर दीपक सिंह राज पहुंचे। उन्होंने बताया कि कर्मचारी और डॉक्टर से पूछताछ की गई है। तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि इससे पहले भी यहां पर कई तरह की शिकायत मिली थी। जिसके बाद इंक्रीमेंट रोकने की अनुशंसा की गई थी। यह बताना आवश्यक होगा कि लंबे समय से कोरकोमा का स्वास्थ्य केंद्र विवादों में बना हुआ है। देखना होगा कि यहां की व्यवस्था को ठीक करने के लिए सरकार क्या कुछ कदम उठाती है।