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बिना रजिस्ट्रेशन किये डॉक्टर ने क्लिनिक खोल मरीजों के साथ कर रहे खिलवाड़,कमिशन का बड़ा खेल,नही हो रही कार्यवाही, जिला अधिकारी मौन ,कलेक्टर ने कहा होगी कार्यवाही और होगा FIR दर्ज

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गरियाबंद से कन्हैया तिवारी की रिपोर्ट
गरियाबंद । गरियाबंद जिला के देवभोग में झोलाछाप डॉक्टर ने क्लिनिक खोल भोले-भाले ग्रामीणों को टिटमेंट के नाम पर लूट मचा रखे है आपको बता दे कि देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से महज 1 किलो मीटर दूर से ही झोलाछाप डॉक्टरों डॉक्टरों ने लूट मचा रखा है आपको बता दे कि एक ऐसा भी डॉक्टर है जो निवास तो ओडिसा में करते है लेकिन उनका क्लिनिक गरियाबंद जिला के अंतिम छोर देवभोग में खोल रखे है इसके अलावा आपको बता दे कि देवभोग में 4 से 5 क्लीनिक ओर हॉस्पिटल खोलकर नर्सिंग एक्ट का खुला उलंघन कर रहे है

आपको बता दे कि प्रशांत कुमार पंडा (बड़ा पंडा) ने तो पहले ही ओड़ीसा में अपना सरकारी नौकरी करते करते देवभोग में क्लीनिक खोलकर सारी हदें पार कर दी थी, ओड़ीसा सरकार का तो तनखा लेते थे लेकिन देवभोग में प्राइवेट क्लिनिक खोलकर लूट मचा रखे थे ,आज भी रिटायरमेंट के बाद एक कमरे में ओर पर्दा लगा कर क्लिनिक खोलकर लूट मचा रखा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी का मिली भगत कहे या साठ गाठ कहे आज तक ओड़ीसा निवासी डॉक्टर का कुछ नही कर सके,आज भी प्रशांत पंडा के रिटायर्ड मेन्ट के बाद परमानेंट क्लिनिक खोल कर खुलेआम ईलाज कर रहे है निचे स्तर के अधिकारी और जिला के स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों की मिली भगत कहे या साठ गांठ, आपको बता दे कि खुले एक कमरे में बैंच में मरीज को सुला कर बोतल चढ़ाया जा रहा है और अपने पास रखे दवाई और इंजेक्शन को लगाया जा रहा है आपको बता दे कि रायपुर से आये MR द्वारा दिये गए दवाई और इंजेक्शन का उपयोग भी डाक्टरो के द्वारा किया जा रहा है क्यो की MR द्वारा दिया हुवा दवाई को डाक्टरो के द्वारा मरीजों को लिखने पर मेडिकल और MR से डॉक्टर को अच्छा खाशा कमीशन मिल जाता है आपको बता दे को गरियाबंद जिला भर में कमिशन का बड़ा खेल चल रहा लेकिन स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी कुंभकरणी नींद में सो रहे है और अभी तो अधिकारियों को तो सिर्फ कोरोना का अच्छा बहाना मिल गया है

मुख्यालय में जब से CMHO नवरत्ने का आना हुवा है तब से गरियाबंद जिला भर में झोलाछाप डॉक्टरों की भीड़ तेजी से गाँव गाँव मे लग गई है और इतना ही नही गरियाबंद जिला मुख्यालय में भी झोला छाप डाक्टरो की भीड़ भी आज गरियाबंद जिला में है लेकिन कार्यवाही के नाम पर शून्य है अंदाजा नही लगाया जा सकता कि गाँव गाँव मे कितना झोलाछाप डॉक्टर ने अपना ईलाज के नाम से लूट मचा रखा है और आज खुलेआम ईलाज कर रहे है और मरीजों से झोलाछाप डॉक्टर लूट मचा रखे है लेकिन गाँव गाँव के झोला छाप डॉक्टर कार्यवाही में छूट जा रहे है और झोला छाप डाक्टरो का मनोबल बढ़ता जा रहा है

आपको बता दे की डाक्टरो का जाँच सम्बंधित पर्ची ओर पैथोलॉजी लैब सम्बन्धी पर्ची, ओर अन्य कागज है जिसको देखने से पता चलता है को डाक्टरो के द्वारा क्या दवाई एलोपैथी दवाई या आयुर्वेदिक दवाई लिखा जा रहा है जिस डॉक्टर को आयुर्वेदिक का रजिस्ट्रेशन मिला है वो डॉक्टर एलोपैथी दवाई लिख कर मरीजों का जेब काट रहे है

लायसेंस किसी डॉक्टर का और काम कोई और कर रहा :- आपको बता दे कि देवभोग में डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन तो हो गया है और क्लिनिक ओर हॉस्पिटल तो खोल लिए है लेकिन संबंधित डॉक्टर वहां नही रहते है उसके बदले में कोई और कोई डॉक्टर बैठ के काम करते है सम्बंधित रजिस्ट्रेशन डॉक्टर को महीने में अच्छा खाशा मोटी रकम देकर सेट कर अपना काम कर महीने में मोटी रक़म पहुँचा दिया जाता है जिससे आज तक रजिस्ट्रेशन वाले डॉक्टर अपने रजिस्ट्रेशन जगह में नही आये

कलेक्टर ने कहा होगी कार्यवाही और होगा FIR दर्ज :- कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर ने कहा कि गरियाबंद जिला भर में झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ लगातार शिकायत प्राप्त हो रही है कार्यवाही किया जाएगा और इतना ही नही ,झोलाछाप डाक्टरो के खिलाफ FIR दर्ज भी किया जाएगा ,कलेक्टर ने बताया की कार्यवाही में कोई नही बक्शा जाएगा,और किसी के पास कोई जानकारी है तो बताने की अपील भी किये है नाम गोपनीय रखा जाएगा

झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ दिखावे की कार्यवाही – स्वास्थ्य विभाग के जिला अधिकारी ने संयुक्त टीम बना कर देवभोग ब्लॉक और मैनपुर ब्लाक में दिखावे की कार्यवाही एक साल पहले तो कर दी थी लेकिन तगड़ी सेटिंग के चलते 2 माह में खोल दिया ,इसके बाद फिर दिखावे की कार्यवाही की ओर देवभोग ब्लाक में 7 क्लिनिक ओर लैब में छापा मार कर शील भी किया लेकिन सेटिंग कहा जाए या ऊपरी पहुँच के चलते एक एक कर पूरे क्लिनिक को खोल दिया गया ।

इनके यहां हुवा था शील बंद की कार्यवाही ओर खोल दिया गया –
आपको बता दे कि जब स्वास्थ्य विभाग को जिला की टीम को खाना पूर्ति करनी थी तो देवभोग के 7 क्लीनिक ओर पैथोलॉजी में में शील बंद की कसरीवाहि की गई और 2 माह में भी खोल दिया गया,शील बंद में पंडा क्लिनिक( प्रशांत पंडा), सतायु क्लिनिक(डी डी ठाकुर),योगिराज क्लिनिक(माखन कश्यप), मॉर्डन पैथोलॉजी(इजराइल), मॉर्डन दवा खाना(सुशील साहू) ,जमुना मेडिकल स्टोर (सिन्हा),विनायक अली खान

शासन को लंबे समय से पहुँचा रहे छति – गरियाबंद जिला के अंतिम छोर देवभोग में बिना रजिस्ट्रेशन किये ग्रामीणों को इलाज के नाम पर लूट मचा रखे है और बिना रजिस्ट्रेशन किये हॉस्पिटल और क्लिनिक खोल राखे है पंजीयन के लिए निर्धारित शुल्क पटाना पड़ता है उसके बाद ही पंजीयन नंबर जारी किया जाता है ,धन बल के कारण बिना पंजीयन के क्लिनिक का संचालन बेधड़क चल रहा है जिससे शासन के खजाना में जाने वाला राशि नही जाकर बड़े अधिकारी के जेब मे जा रहा है सीधा तौर पर शासन को छति हो रहा है

लगातार शिकायत प्राप्त हो रही है जल्द ही राजस्व, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जिलास्तरिय संयुक्त टीम की गठित कर झोलाछाप डॉक्टर और अन्य डाक्टरो के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी , कार्यवाही लगातार जारी रहेगा,FIR भी दर्ज किया जाएगा
(नीलेश कुमार क्षीरसागर कलेक्टर गरियाबंद)